
भोपाल, मध्यप्रदेश। मनरेगा का नाम बदलकर ‘विकसित भारत जी राम जी’ किए जाने पर कांग्रेस की आपत्ति को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस के विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने तीखा पलटवार किया है। भोपाल में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि राम का विरोध करने वाले रावण का भी अंत हुआ था और उसी तरह कांग्रेस का भी अंत होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने महात्मा गांधी के नाम का केवल राजनीतिक उपयोग किया, जबकि भाजपा उनके विचारों और कार्यों को जमीन पर उतारने का काम कर रही है। रामेश्वर शर्मा ने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि अगर किसी ने वास्तव में महात्मा गांधी के ‘राम राज्य’ के विजन को साकार किया है तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने राम मंदिर का निर्माण कराया, गरीबों को पक्के मकान दिए, इलाज के लिए पांच लाख रुपये तक का आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराया, बीमा योजनाएं लागू कीं और जरूरतमंद किसानों को सम्मानित किया। उनके अनुसार महात्मा गांधी सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास के पक्षधर थे और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उसी सोच को आगे बढ़ाया जा रहा है। भाजपा विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में मनरेगा में व्यापक भ्रष्टाचार हुआ। उन्होंने कहा कि अब मनरेगा से जुड़ी नई योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण विकास की मजबूत आधारशिला रखी जा रही है और राम राज्य की कल्पना को साकार किया जा रहा है। शर्मा ने कांग्रेस पर राम विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस को पहले भी भगवान राम से परेशानी रही है और वह आज भी उसी मानसिकता से काम कर रही है। इस मुद्दे पर भाजपा नेता हेमंत खंडेलवाल ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी हर नागरिक के दिल में सम्मानित हैं और किसी योजना का नाम बदलने से उनके प्रति सम्मान कम नहीं होता। उन्होंने कहा कि योजना को नए स्वरूप में प्रस्तुत किया गया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदिवासी कल्याण तथा समावेशी विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। खंडेलवाल ने दावा किया कि कांग्रेस शासन की तुलना में वर्तमान सरकार के कार्यकाल में कहीं अधिक विकास कार्य हुए हैं।




