
मुंबई। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने सोयाबीन की खरीद प्रक्रिया को सुगम और बाधारहित बनाने के लिए विपणन विभाग को स्थायी तंत्र स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था में सभी आवश्यक सुविधाएं शामिल होनी चाहिए ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। सह्याद्रि अतिथिगृह में विपणन विभाग द्वारा 100 दिनों के कार्यों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री फडणवीस ने यह निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने समृद्धि राजमार्ग के किनारे प्रस्तावित कृषि केंद्रों को “मैग्नेट परियोजना” के तहत स्थापित करने और इन केंद्रों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने की योजना तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि अगले वर्ष से सोयाबीन खरीदी की सभी तैयारियां अक्टूबर में पूरी कर ली जानी चाहिए, जिसमें किसानों का पंजीकरण भी शामिल है। राज्य में चार संभागों में एग्रो लॉजिस्टिक्स हब स्थापित करने के प्रस्ताव की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने प्याज भंडारण के लिए नए चॉल बनाने और प्याज की भूसी को विकल्प के रूप में उपयोग करने पर बल दिया। विपणन मंत्री जयकुमार रावल ने बताया कि कोंकण क्षेत्र में मछली और आदिवासी क्षेत्रों में स्थानीय उपज के लिए विशेष बाजार समिति स्थापित की जाएगी। वहीं, विपणन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजगोपाल देवड़ा ने नवी मुंबई में 200 से 250 एकड़ भूमि पर एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेगा मार्केट स्थापित करने की योजना पेश की। इस बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे, पर्यटन मंत्री शंभुराज देसाई, लोक निर्माण मंत्री शिवेंद्रसिंहराजे भोसले, विपणन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजगोपाल देवड़ा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान जालना जिले के जाभुरगांव में तैयार एग्रो हब का उद्घाटन अगले 45 दिनों में करने की जानकारी भी दी गई।




