Friday, November 22, 2024
Google search engine
HomeMadhya PradeshBhopal : मध्य प्रदेश में छह नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे, मंत्रि परिषद...

Bhopal : मध्य प्रदेश में छह नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे, मंत्रि परिषद की मंजूरी

Bhopal

अब 07 जुलाई तक जिलों में हो सकेंगे अधिकारियों-कर्मचारियों के ट्रांसफर पं. दीनदयाल रसोई योजना के तहत गरीबों की थाली के दाम पांच रुपये घटाए

भोपाल: (Bhopal) मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रि-परिषद की बैठक हुई, जिसमें प्रदेश के हित में कई अहम निर्णय लिए गए। मंत्रि-परिषद ने पं. दीनदयाल रसोई योजना के तहत गरीबों को मिलने वाली थाली के दाम पांच रुपये घटा दिए हैं। अब दीनदयाल रसोई में गरीबों को पांच रुपये में भरपेट भोजन मिलेगा। इसके साथ ही मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में छह नए मेडिकल कॉलेज खोलने को भी मंजूरी दी है। इसके अलावा जिलों में सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादले की तिथि 07 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि जिला स्तर पर अधिकारी-कर्मचारियों के तबादले अब सात जुलाई तक करने की अनुमति दी गई। यह अवधि अभी 30 जून निर्धारित थी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में संचालित होने वाली दीनदयाल रसोई योजना के साथ अब मामा की थाली नाम जोड़ा जाएगा। नगर निगम के साथ नगरपालिका स्तर तक दीनदयाल रसोई योजना संचालित की जाएगी। इसमें खाना खाने वालों से 10 रुपये के स्थान पर पांच रुपये ही लिए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के खरगोन, धार, भिंड , बालाघाट, टीकमगढ़ और सीधी जिले में नवीन चिकित्सा महाविद्यालय खोलने का निर्णय भी मंत्रि-परिषद की बैठक में लिया गया है। प्रत्येक महाविद्यालय में 100-100 सीट एमबीबीएस की रहेंगी। इन कालेजों के खुलने के बाद प्रदेश में इन कालेजों के खुलने के बाद प्रदेश में 30 मेडिकल कालेज हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आने से पहले प्रदेश में कुल पांच मेडिकल कालेज हुआ करते थे।

गृह मंत्री ने बताया कि मंत्रि-परिषद ने बैठक में यह भी तय किया है कि प्राइस सपोर्ट स्कीम के अंतर्गत ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द की जो खरीद हुई है, उस पर मंडी शुल्क और निराश्रित शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह प्रति 100 रुपये की खरीदी पर एक रुपये 70 पैसे शुल्क लगता है।

बैठक में लाडली बहना सेना के गठन के बारे में चर्चा की गई। यह कार्य 15 जुलाई से 15 अगस्त तक किया जाएगा। 10 जुलाई से लाडली बहना कार्यक्रम फिर प्रारंभ होगी, जिसमें 21 वर्ष की महिलाओं को योजना में शामिल किया जाएगा। जुलाई के प्रथम सप्ताह में मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना के अंतर्गत कार्यक्रम होंगे। प्रदेशभर में 15 जुलाई से 15 अगस्त तक विकास पर्व मनाया जाएगा। इसमें सभी विधायक, सांसद, मंत्री पूरे प्रदेश में हुए कामों का उद्घाटन और स्वीकृत कार्यों का शिलान्यास करेंगे।

बैठक में कृषि और घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली देने के लिए विद्युत वितरण कंपनियों को 24 हजार करोड़ रुपये का अनुदान देने का निर्णय लिया गया है। वर्ष 2023-24 के लिए विद्युत नियामक आयोग द्वारा निर्धारित की गई दर से कम पर सरकार उपभोक्ताओं को बिजली उपलब्ध कराती है। इस अंतर की राशि को अनुदान के रूप में विद्युत वितरण कंपनियों को दिया जाएगा। इसमें 18 हजार करोड़ रुपये का अनुदान किसानों को सस्ती दर पर दी जाने वाली बिजली के लिए है।

कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना विकास योजना के चौथे चरण के लिए नगरीय निकायों को 1700 करोड़ रुपये उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया। साथ ही सीप कांप्लेक्स सिंचाई परियोजना के दूसरे चरण के लिए 190 करोड़ और 33 सीएम राइज स्कूल बनाने के लिए राशि स्वीकृत दी गई। भोज वेटलैंड की भूमि पर्यावरण वानिकी मंडल भोपाल को हस्तांतरित करने का निर्णय भी लिया गया।

कैबिनेट बैठक में केले की फसल को प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान पर आर्थिक सहायता देने के नियमों में संशोधन का निर्णय लिया गया है। अब 50 प्रतिशत से अधिक क्षति होने पर एक लाख रुपये के स्थान पर दो लाख की सहायता किसानों को मिलेगी। 33 से 50 प्रतिशत तक नुकसान होने पर 27 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर के स्थान पर 54 हजार और 25 से 33 प्रतिशत तक क्षति होने पर 15 हजार रुपये के स्थान पर 30 हजार रुपये की राहत राशि दी जाएगी।

बैठक शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्रियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जल पुरस्कार मध्य प्रदेश को मिलना बहुत बड़ी उपलब्धि है। कई चीजों में हम नंबर एक हैं। पहले हमने स्वच्छता के क्षेत्र में पुरस्कार लिया और अब मध्य प्रदेश को राष्ट्रीय जल पुरस्कार मिला है। हम पहले स्थान पर आए हैं।

बढ़ती हुई सिंचाई की क्षमता, पानी की एक बूंद का हम बेहतर उपयोग कैसे कर सकते हैं, हम इसके प्रयास कर रहे हैं। हम कैनाल इरीगेशन के साथ प्रेसराइज्ड पाइप से सिंचाई की परियोजना बनाएंगे क्योंकि उतने ही पानी में लगभग पौने दोगुना सिंचाई हो जाती है। बैठक में माइक्रो इरिगेशन में राष्ट्रीय अवॉर्ड के लिए मंत्रिपरिषद ने मुख्यमंत्री को बधाई दी और प्रधानमंत्री का आभार जताया।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments