गोंदिया। महाराष्ट्र के गोंदिया जिले में सोमवार रात बादल फटने जैसी गड़गड़ाहट और भारी बारिश ने कहर बरपा दिया। 245 मिमी. बारिश के साथ इलाके में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। इसके चलते पूरे जिले में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं, जबकि जिले की कई मुख्य सड़कें भी बंद हो गई हैं। बाढ़ग्रस्त इलाकों तक राहत सामग्री पहुंचाने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग की टीमों को तैनात किया गया है।
मुख्य सड़कों पर पानी, नेशनल हाईवे-6 बंद
गोंदिया जिले को छत्तीसगढ़ से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-6 बाढ़ की चपेट में आ गया है। देवरी चेक पोस्ट पर बाघ नदी के पुल पर 4 फीट पानी चढ़ चुका है, जिसमें एक पेट्रोल टैंकर पानी के बहाव में बह गया। गोंदिया शहर की सड़कें तालाब में तब्दील हो चुकी हैं और कई इलाके जैसे रानी अवंती चौक, बैंक कॉलोनी, और संताजी नगर जलमग्न हो गए हैं। यहां के घरों में घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
अस्पतालों में पानी, मरीजों पर आफत
भारी बारिश से गोंदिया के निजी सहयोग हॉस्पिटल और शासकीय बाई गंगाबाई जिला महिला अस्पताल में भी पानी भर गया है। अस्पतालों के वार्ड में घुटनों तक पानी जमा हो गया है, जिससे मरीजों और स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
मकान गिरने से मौत, मां लापता
रामेश्वरम कॉलोनी में नाले के पास बने दो मंजिला मकान के भूस्खलन के कारण गिरने से 30 वर्षीय युवक की मौत हो गई, जबकि उसकी मां अभी भी लापता है। नगर परिषद दमकल विभाग की टीम ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। गनीमत रही कि मृतक के पिता हादसे के समय घर के बाहर थे, जिससे उनकी जान बच गई।
बाढ़ से घिरे गांव, छत पर चढ़कर बचाई जान
जिले के देवरी, अर्जुनी और अन्य तहसीलों में भी हालात गंभीर हैं। देवरी तहसील के शिरपुर गांव में बाढ़ आने से पूरा गांव पानी में डूब गया है। यहां एक परिवार के तीन सदस्य मकान की छत पर चढ़कर अपनी जान बचाने में सफल रहे। आपदा प्रबंधन विभाग की टीम ने मोटर बोट की मदद से उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे उफनती नदियों, नालों, तालाबों और बांधों से दूरी बनाए रखें और अलर्ट रहें।