Mumbai : काम के बढ़ते बोझ के चलते कई लोग अपनी सेहत को नजरअंदाज कर रहे हैं. इससे लोगों में हाई ब्लड प्रेशर, कैंसर, हृदय रोग, किडनी रोग और टीबी की बीमारी बढ़ रही है. साथ ही मुंबई नगर निगम की रिपोर्ट से डायबिटीज की दर का भी पता चला है. यह पता चला है कि मुंबई के 27 प्रतिशत लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं.
एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा होने के बाद कि मुंबई में 27 प्रतिशत लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, मुंबईकरों की सेहत चिंताजनक बन गई है. इस साल के नगर निगम के बजट में मुंबईकरों की स्वास्थ्य प्रणाली को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि लोगों के स्वास्थ्य के मुद्दों के लिए प्रदूषण मुक्त मुंबई के लिए कदम उठाए जाएंगे.
अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे रहे हैं लोग
देखा जा रहा है कि भागदौड़ भरी जीवनशैली के कारण कई लोग अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. मुंबई में बड़ी संख्या में लोग नौकरी में हैं. इसलिए ज्यादातर वर्कर्स अपनी बिजी लाइफस्टाइल के चलते अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देते हैं. इसलिए मुंबई में डायबिटीज के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसका कारण वर्तमान जीवनशैली है और कई लोग काम के तनाव के कारण अपने खानपान पर ध्यान नहीं देते हैं. इससे डायबिटीज हो सकता है.
सर्दी के मौसम में डायबिटीज के मरीजों को खास ख्याल रखने की जरूरत
लोगों में डायबिटीज की समस्या लगातार बढ़ रही है. भारत में करीब 7.7 करोड़ लोग डायबिटीज से पीडि़त हैं. डायबिटीज दो प्रकार के होते हैं, टाइप 1 और टाइप 2. डायबिटीज को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है लेकिन इसे नियंत्रित जरूर किया जा सकता है. सर्दियों में डायबिटीज की समस्या बढ़ रही है. बदलते मौसम में डायबिटीज के मरीजों को अपना अतिरिक्त ध्यान रखने की जरूरत है.