सोशल मीडिया और डिजिटल पेमेंट के दौर में साइबर फ्रॉड और ऑनलाइन स्कैम (Online scam) के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कभी फ्री गिफ्ट के नाम पर तो कभी 5G नेटवर्क एक्टिवेट कराने के नाम पर स्कैमर्स लोगों को फ्रॉड का शिकार बना रहे हैं। ये स्कैम लाखों में होते हैं। यानी एक गलती से लोगों की जीवन भर की कमाई साफ हो जाती है। अब एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें एक महिला को फेक बिजली बिल का झांसा देकर साइबर फ्रॉड का शिकार बनाया गया है। महिला के साथ 6.9 लाख रुपये का स्कैम किया गया है। चलिए जानते हैं पूरा मामला
ये है पूरा मामला
मुंबई की एक 65 वर्षीय महिला के साथ 6,91,859 रुपये की साइबर धोखाधड़ी हुई है। बकाया बिजली बिल के फर्जी मैसेज का जवाब देने के बाद महिला के साथ धोखाधड़ी हुई। मुंबई के अंधेरी इलाके में रहने वाली पीड़िता को उसके पति के फोन पर एक मैसेज मिला जिसमें बिजली बिल का भुगतान नहीं किया गया था। इसमें आगे कहा गया है कि अगर बिल का भुगतान नहीं किया गया तो बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा।
मैसेज में एक फोन नंबर भी दिया गया था। पीड़िता ने बताए गए नंबर पर फोन किया। इसके बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने कॉल उठाया और खुद को अडानी बिजली कार्यालय के कर्मचारी बताया और मदद के नाम पर महिला से ‘टीम व्यूअर क्विक सपोर्ट’ एप डाउनलोड करने को कहा।
थोड़ी देर बाद महिला को बैंक से लेनदेन के तीन मैसेज मिले। महिला के अकाउंट से 4,62,959, रुपये, 1,39,900 रुपये और 89,000 रुपये के लेनदेन किए गए थे। स्कैमर्स ने महिला के अकाउंट से कुल 6,91,859 रुपये उड़ा दिए थे।
एसबीआई फ्रॉड मैनेजमेंट टीम ने महिला से संपर्क किया और हाल के लेन-देन के बारे में पूछा जिस पर उसने अपनी तरफ से लेन-देन से इनकार किया गया। जिसके बाद महिला ने अपनी बेटी के साथ अंधेरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 420,66(सी) व 66(डी) के तहत मामला दर्ज किया है।
ऐसे रखें सावधानी
ऑनलाइन पेमेंट या इंटरनेट इस्तेमाल करते समय आपको ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। आपकी एक गलती आपका पूरा बैंक अकाउंट खाली कर सकती है। सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय किसी भी व्यक्ति के साथ अपनी बैंकिंग डिटेल्स, ओटीपी व एटीएम का पासवर्ड शेयर न करें। दोस्तों-रिश्तेदारों के साथ भी नेट बैंकिंग या अन्य बैंक संबंधी पासवर्ड शेयर न करें।
किसी भी फ्री गिफ्ट के लालच में आकर पेमेंट ना करें। साथ ही टीम व्यूअर जैसे रिमोट एक्सेस एप डाउनलोड करके किसी को भी अपने डिवाइस का कंट्रोल न दें। इस तरह के कॉल से सतर्क रहें और उन्हें किसी भी प्रकार की बैंकिंग जानकारी और ओटीपी न दें। साथ ही किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और अनचाहे ई-मेल, एसएमएस या मैसेज में आए अटैचमेंट या लिंक को भी न खोलें।