सहयोगियों से बातचीत के बाद तय होगा सीट बंटवारे का फार्मूला: फडणवीस
मुंबई। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंद और अजित पवार के साथ आने के बाद बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का कुनबा बढ़ गया है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित गुट) के बीच सीट बंटवारे का फॉर्मूला उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने दिया है, लेकिन एक दिन बाद ही वो अपने बयान से पलट गए और बोले की अभी सीट शेयरिंग तय नहीं हुई। ऐसे में सवाल उठता है कि फडणवीस के दिए गए सीट बंटवारे के फॉर्मूले से क्या सीएम शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार सहमत नहीं हैं, जिसके चलते उन्हें 24 घंटे के अंदर ही यू-टर्न लेना पड़ गया। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे का फार्मूला सहयोगियों के साथ बातचीत के बाद तय किया जाएगा। फडणवीस ने कुछ दिन पहले जोर देकर कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 26 पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सहयोगी दलों को सीट-बंटवारे का फॉर्मूला तय करते हुए इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि जिस सीट पर किसी पार्टी को पूर्व में जीत हासिल हुई थी उसपर वही पार्टी अपना उम्मीदवार उतारे। महायुति गठबंधन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अजित पवार के गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल है। आम चुनाव में महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 26 पर भाजपा के लड़ने की उनकी टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने संवाददाताओं को बताया, ”सहयोगियों के साथ चर्चा अभी शुरू होनी बाकी है और विचार-विमर्श के बाद ही फार्मूला तय किया जाएगा। फार्मूले का यह आधार होगा कि जिस सीट पर जिस पार्टी ने जीत हासिल की थी उसे वही सीट दी जानी चाहिए। फडणवीस ने कहा कि सीट बंटवारे का फार्मूला स्थिर नहीं होगा। उन्होंने कहा हम जरूरत के हिसाब से बदलाव करेंगे और सहयोगी दलों के साथ चर्चा करेंगे। भाजपा और शिवसेना (विभाजन से पहले) ने 2019 चुनाव में महाराष्ट्र की 41 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था और क्रमश 23 और 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी।