
मुंबई। राज्य के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण और रोजगारोन्मुख तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें वैश्विक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गुरुवार को मंत्रालय में कौशल, रोजगार, उद्यमिता एवं नवाचार मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा की उपस्थिति में टोयोटा किर्लोस्कर मोटर कंपनी और व्यवसाय शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता (एमओयू) संपन्न हुआ। इस समझौते के तहत टोयोटा किर्लोस्कर मोटर कंपनी राज्य के 45 आईटीआई संस्थानों में लाइट मोटर व्हीकल (एलएमवी) टेक्नीशियन पाठ्यक्रम के लिए अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं की स्थापना करेगी और वहां के शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इस पहल से लगभग 8 हजार आईटीआई विद्यार्थियों को रोजगार के बेहतर अवसर मिलने की संभावना है। इस करार पर कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विक्रम गुलाटी और व्यवसाय शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय की निदेशिका माधवी सरदेशमुख ने हस्ताक्षर किए। कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विक्रम गुलाटी ने बताया कि दो महीनों में काम शुरू होगा और मार्च 2026 तक पहले चरण में 13 प्रयोगशालाएं शुरू की जाएंगी, जबकि शेष प्रयोगशालाएं तीन चरणों में शुरू होंगी। मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने विश्वास जताया कि इस पहल से छात्रों को उच्चस्तरीय प्रशिक्षण मिलेगा और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने उद्योग समूहों से सरकार के साथ सहयोग करने का आह्वान करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, तकनीकी ज्ञान और अनुभव के साझा उपयोग से कुशल और रोजगारक्षम मानव संसाधन तैयार किया जा सकेगा। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव मनीषा वर्मा, सह निदेशक सतीश सूर्यवंशी, टोयोटा कंपनी के रमेश राव, मानव संसाधन प्रबंधक भास्कर पै और मुख्य प्रबंधक रवी सोनटक्के भी उपस्थित थे।




