चंद्रपुर। “कर्मवीर मा.सा.कन्नमवार जैसे महान नेता, जिन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से राज्य के विकास में अहम योगदान दिया, उनके विचारों और कार्यों को अगली पीढ़ी तक पहुंचाना अत्यंत आवश्यक है।” यह बात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चंद्रपुर में आयोजित कर्मवीर मा.सा. कन्नमवार शताब्दी-उत्तर रजत महोत्सव समारोह में कही।
यह समारोह प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी सभागृह में बेलार समाज संगठन और रजत महोत्सव समिति द्वारा आयोजित किया गया था। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक विजय वडेट्टीवार ने की, जबकि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर, सांसद प्रतिभा धानोरकर, विधायक किशोर जोरगेवार, देवराव भोंगले, पूर्व मंत्री शोभा फडणवीस सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
कर्मवीर दादासाहब का योगदान
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि कर्मवीर दादासाहब कन्नमवार ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और महात्मा गांधी व लोकमान्य तिलक के विचारों से प्रेरित होकर समाज और राज्य के उत्थान के लिए काम किया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने युद्धकाल में जनता से आर्थिक सहायता की अपील की थी, जिसका महाराष्ट्र और चंद्रपुर के लोगों ने उदारतापूर्वक समर्थन किया। उन्होंने स्वास्थ्य और शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “कर्मवीर दादासाहब ने हर गांव में स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने की कल्पना की थी। शिक्षा के क्षेत्र में भी उन्होंने अनेक लोगों को प्रेरित किया और राज्य की प्रगति में बड़ा योगदान दिया। उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व के कारण महाराष्ट्र ने विकास के कई आयाम हासिल किए।
गौरव ग्रंथ का प्रकाशन और सम्मान
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि विधानसभा की राष्ट्रमंडल संसदीय संघ द्वारा कर्मवीर दादासाहब कन्नमवार का गौरव ग्रंथ प्रकाशित किया जाएगा। इस अवसर पर मा.सा. कन्नमवार गौरव स्मारिका का विमोचन भी किया गया। साथ ही, मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉ. गजानन कोटेवार, प्रभा चिलखे, रूपेश कोकावार, देवराव कासटवार और गजानन चंदावार को सम्मानित किया।
जिले के विकास पर जोर
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि सरकार का लक्ष्य आम आदमी का विकास करना है। उन्होंने सभी दलों के जनप्रतिनिधियों से अपील की कि जिले की समस्याओं को हल करने के लिए मिलकर काम करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कार्यक्रम के दौरान की गई मांगों को पूरा करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
महाकाली मंदिर में दर्शन
चंद्रपुर दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने माता महाकाली के दर्शन किए और महाआरती में सहभागी होकर भक्तिभाव से पूजा अर्चना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व विधायक विजय वडेट्टीवार और विधायक किशोर जोरगेवार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कर्मवीर दादासाहब के विचारों और उनके समाज सुधार कार्यों की सराहना की और उन्हें नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बताया। यह समारोह कर्मवीर दादासाहब कन्नमवार की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था, जिसमें उनके जीवन और कार्यों पर प्रकाश डाला गया। मुख्यमंत्री ने अंत में आयोजकों को इस आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि यह कार्यक्रम राज्य और समाज के लिए प्रेरणास्रोत साबित होगा।