मुंबई। समय की मांग को समझते हुए स्टार्टअप नीति का नया मसौदा तैयार किया गया है। यह मसौदा उद्यमियों को सुझाव के लिए उपलब्ध कराया गया है और यह देश में एक आधुनिक नीति बन जाएगी। इसके माध्यम से राज्य में इनोवेशन सिटी की स्थापना की जाएगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह भी कहा कि सिडबी (भारतीय लघु औद्योगिक विकास बैंक) स्टार्टअप्स के लिए 200 करोड़ रुपये और प्रत्येक क्षेत्रीय प्रभाग के लिए 30 करोड़ रुपये का प्रावधान करेगा। कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग के अंतर्गत राज्य नवाचार सोसायटी द्वारा बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स के जियो वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में सशक्त नवाचार, उन्नत महाराष्ट्र की अवधारणा पर आधारित ‘राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री फडणवीस द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक के माध्यम से दीप प्रज्वलित किया गया। कार्यक्रम में कौशल, रोजगार, उद्यमिता एवं नवाचार मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, कौशल विकास विभाग के सचिव गणेश पाटिल, आयुक्त प्रदीप कुमार डांगे, व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय के निदेशक सतीश सूर्यवंशी, मैरिको लिमिटेड के अध्यक्ष हर्ष मारीवाला, सह- अपग्रेड और स्वदेस फाउंडेशन के संस्थापक रोनी स्क्रूवाला, नायक के संस्थापक और सीईओ, अधिकारी फल्गुनी नायर के साथ, स्ट्राइड वेंचर्स और स्ट्राइडवन के संस्थापक ईशप्रीत सिंह गांधी, आईआईटी के पूर्व छात्र कल्याण चक्रवर्ती, गो इंडिया की प्रबंध निदेशक इप्सित दासगुप्ता और विभिन्न क्षेत्रों के 1,000 से अधिक स्टार्टअप इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र और देश भर से प्रौद्योगिकी, कृषि, सेवा क्षेत्र, फार्मास्यूटिकल्स और पर्यटन सहित विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने कहा कि नए उद्यमियों और महिला उद्यमियों के नवाचारों को सशक्त बनाकर महाराष्ट्र का विकास किया जाएगा। जब देश में पहली बार स्टार्टअप शुरू हुए थे, तब देश में 471 स्टार्टअप थे, आज देश में एक लाख 57 हजार स्टार्टअप हैं। राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के अवसर पर, मैं गर्व के साथ कहना चाहूंगा कि महाराष्ट्र न केवल भारत की स्टार्टअप क्रांति में भाग ले रहा है, बल्कि इसका नेतृत्व भी कर रहा है। राज्य में 26,000 स्टार्टअप हैं। महाराष्ट्र देश का पहला राज्य है जहां महिला निदेशकों की संख्या सबसे अधिक है। स्टार्टअप्स में महाराष्ट्र शीर्ष सात राज्यों में से एक है। उद्यमी, दूरदर्शी निवेशक, नीति निर्माता, इनक्यूबेटर, विश्वविद्यालय उद्योग में परिवर्तन के अग्रदूत हैं। ‘ईज ऑफ डूइंग’ बिजनेस से कम समय में कारोबार शुरू करने में पारदर्शिता आई है। निवेश के मामले में महाराष्ट्र देश में पहले स्थान पर है। भविष्य में भी उद्यमियों को सरकार के साथ मिलकर मानवीय हस्तक्षेप के बिना पारदर्शी तरीके से राज्य में व्यवसाय शुरू करने का अवसर दिया जाएगा। पूंजी भागीदारी के मामले में मुम्बई अग्रणी है, जबकि पुणे प्रौद्योगिकी और नवाचार का केंद्र है। हमारे टियर-2 और टियर-3 शहर महाराष्ट्र के विकास में बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने यह भी कहा कि नासिक, नागपुर, छत्रपति संभाजीनगर और कोल्हापुर जैसे शहर स्टार्टअप को प्रोत्साहित कर रहे हैं और एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रहे हैं। विश्वविद्यालय और इनक्यूबेटर ऐसे संस्थान हैं जो महाराष्ट्र के नवोन्मेषी स्टार्टअप को मजबूत करते हैं। उद्योग में ग्रामीण क्षेत्रों के नवोन्मेषी युवाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी तथा उद्यमियों को मार्गदर्शन, नेटवर्किंग, कानूनी सहायता आदि सेवाएं प्रदान करने वाले इनक्यूबेटरों को स्टार्टअप शुरू करने के लिए समर्थन दिया जाएगा। सरकारी और निजी विश्वविद्यालय ऐसे संस्थान हैं जो भविष्य के स्टार्टअप को मजबूत करते हैं। मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने कहा कि विश्वविद्यालय और इनक्यूबेटर रोजगार सृजन करने वाले हैं। एआई प्रौद्योगिकी का भविष्य है और स्टार्टअप्स में इसका प्रमुख योगदान होगा। इससे न केवल औद्योगिक अवसर पैदा होंगे बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने उपस्थित उद्यमियों से राज्य को स्टार्टअप के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करने की अपील भी की।
महाराष्ट्र स्टार्टअप्स की राजधानी है: मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा
कौशल विकास मंत्री श्री लोढ़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना के परिणामस्वरूप देश में कौशल विकास विभाग की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में कौशल विकास विभाग को गति दी। मुख्यमंत्री श्री फडणवीस राज्य के स्टार्टअप को विश्व में आगे ले जाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। देश को विश्व में नंबर वन बनाने के लिए सभी के प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी स्टार्टअप देश को आगे ले जाने के लिए अवश्य प्रयास करेंगे।
राज्य में सबसे अधिक स्टार्टअप महिलाओं के नेतृत्व में: फल्गुनी नायर
नायका की संस्थापक और सीईओ फल्गुनी नायर ने कहा कि ऐसे कोई सरकारी नियम नहीं हैं जो महिलाओं को उद्योग का नेतृत्व करने से रोकते हों। सरकार के माध्यम से कई उद्योग अवसर उपलब्ध हैं। महिलाएं सशक्त हो रही हैं क्योंकि वे मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में सुरक्षित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र स्टार्टअप की राजधानी है और राज्य की महिलाओं को इसका लाभ अवश्य उठाना चाहिए। इस अवसर पर, डिजिटल मीडिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस आईटीआई गोवंडी का उद्घाटन मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने एक टेलीविजन प्रणाली के माध्यम से किया। पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर स्टार्टअप्स विजेताओं को सम्मानित किया गया।