मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के स्कूली शिक्षकों की उत्कृष्ट क्षमता पर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी गुणवत्ता को प्रोत्साहित करके शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षकों की इस शक्ति के बल पर महाराष्ट्र स्कूली शिक्षा में निश्चित रूप से अग्रणी रहेगा। संविधान के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर मुख्यमंत्री ने छात्रों को संवैधानिक मूल्यों की शिक्षा देने पर विशेष जोर देने का निर्देश दिया। आगामी 100 दिनों में किए जाने वाले कार्यों और सुधारों पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में स्कूल शिक्षा विभाग की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे, पर्यटन मंत्री शंभूराज देसाई, विपणन मंत्री जयकुमार रावल, सार्वजनिक निर्माण मंत्री शिवेंद्रसिंहराजे भोसले, राज्य मंत्री इंद्रनील नाइक, मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव रणजीत सिंह देओल और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों के छात्रों में असीम प्रतिभा है और उन्हें तैयार करने वाले शिक्षक हमारी सबसे बड़ी संपत्ति हैं। उन्होंने डिजिटल माध्यम से स्कूलों और शिक्षकों की जानकारी को एकत्रित करने का निर्देश दिया ताकि अनावश्यक समय बर्बाद न हो। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पूर्व प्राथमिक शिक्षा का पंजीकरण कर उन्हें न्यूनतम आवश्यक मानकों के बारे में बताकर प्रमाण पत्र दिया जाए और यह प्रमाण पत्र अभिभावकों का विश्वास बनाए रखने के लिए दृश्य स्थान पर लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने साइकिल वितरण योजना को जारी रखने का निर्देश दिया, जो छात्राओं की स्कूल उपस्थिति में वृद्धि में सहायक सिद्ध हुई है। बैठक में विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई, जिनमें सभी स्कूलों में राज्य गीत अनिवार्य करना, मराठी भाषा का प्रभावी क्रियान्वयन, राष्ट्रीय शैक्षिक नीति का पालन, पीएम श्री स्कूल योजना के तहत सीएम श्री स्कूलों का विकास, आधार नंबरों का सत्यापन, स्कूल प्रबंधन समिति का पुनर्गठन और शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाना शामिल है। शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे ने कहा कि मराठी माध्यम के स्कूलों के छात्र उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं और विभिन्न स्रोतों से धन जुटाकर स्कूलों में भौतिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। दीर्घकालिक योजनाओं के तहत स्कूल से बाहर बच्चों को मुख्यधारा में लाने की योजना बनाई जाएगी।