मुंबई। झारखंड हाई कोर्ट ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को शुक्रवार को जमानत दे दी। जमानत मिलने के बाद शुक्रवार शाम हेमंत रांची स्थित बिरसा मुंडा जेल से बाहर भी आ गए। इस फैसले पर एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। शरद पवार ने ‘एक्स’ पर कहा उन्हें राजनीति से प्रेरित मामले में जेल में डाल दिया गया। 149 दिन के संघर्ष को आज न्याय मिला। सोरेन को कोर्ट से मिली जमानत से यह अहसास और मजबूत हुआ है कि सत्य की जीत अब ज्यादा दूर नहीं है। हम एनडीए सरकार से मांग करते रहेंगे कि वह बदले की भावना से कोई कदम उठाए बिना यह सुनिश्चित करने का काम करे कि लोकतंत्र संविधान के अनुरूप फले-फूले। सत्यमेव जयते!
झामुमो की भी प्रतिक्रिया
सोरेन के वरिष्ठ वकील अरुणाभ चौधरी ने कहा सोरेन को जमानत दे दी गई है। अदालत ने कहा है कि प्रथम दृष्टया, वह दोषी नहीं हैं और जमानत पर रिहा किए जाने दौरान याचिकाकर्ता द्वारा कोई अपराध किए जाने की कोई आशंका नहीं है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। सोरेन (48) वर्तमान में बिरसा मुंडा जेल में हैं। सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के वकील एस वी राजू ने दलील दी कि अगर सोरेन को जमानत पर रिहा किया जाता है, तो वह इसी तरह का अपराध फिर करेंगे।