माधव ज्ञान केंद्र में अंग्रेजी आचार्य प्रशिक्षण वर्ग
प्रयागराज:(Prayagraj) साहित्य समाज का दर्पण होता है। छोटे बच्चों को कन्टेंट के माध्यम से भाषा को सिखाना चाहिए। इण्टरमीडिएट के बाद भाषा के माध्यम से कन्टेंट को सिखाना चाहिए। किसी भी भाषा को सीखने में वातावरण की बहुत बड़ी भूमिका होती है।
उक्त विचार आंग्ल भाषा शिक्षा संस्थान प्रयागराज के प्राचार्य स्कन्द शुक्ल ने शनिवार को विद्या भारती की ओर से संचालित सरस्वती विद्या मंदिर माधव ज्ञान केंद्र में क्षेत्रीय अंग्रेजी आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के प्रथम सत्र में व्यक्त किया। उन्होंने वैश्विक संदर्भ में अंग्रेजी की आवश्यकता एवं भारत में अंग्रेजी साहित्य के विकास पर अपने विचार व्यक्त किए।
द्वितीय सत्र में इंग्लिश लैंग्वेज ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के प्रवक्ता इंद्रावती, कृष्णा कुमारी आदि के द्वारा मॉडल टीचिंग कराई गई। तीसरे सत्र में आए हुए सभी शिक्षार्थियों द्वारा माइक्रोटीचिंग की गई। जिसमें उन्होंने शिक्षण की बारीकियों के बारे में बताया। सायं कालीन सत्र में सभी शिक्षार्थियों को योग की जानकारी विद्यालय के शारीरिक प्रमुख आचार्य विनोद कुमार ने दी।
इस अवसर पर विद्या भारती के पदाधिकारी डॉ राम मनोहर, शेषधर द्विवेदी, गोपाल त्रिपाठी, दिनेश कुमार, प्रधानाचार्य डॉ विंध्यवासिनी प्रसाद त्रिपाठी, विभूति नारायण सिंह, अमित कुमार नायक, बनवारी लाल चैरसिया, संजय कुमार मिश्रा, राधेश्याम तिवारी, गीता सिंह, आशा तिवारी, वंदना सिन्हा, सविता त्रिपाठी, पदमा सिंह, शरद चंद्र पाल आदि उपस्थित रहे।