मुंबई। शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में मरीजों की मौत को लेकर एकनाथ शिंदे नीत सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भ्रष्ट शासन की वजह से लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। अस्पतालों में हो रही मौत को लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा, कोविड- १९ के दौरान, वही डॉक्टर, डीन, नर्स और वार्ड बॉय थे। उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों की सेवा की। मेरी जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र एकमात्र ऐसा राज्य था, जहां दूर-दराज के इलाकों में ड्रोन के जरिए दवाएं पहुंचाई जाती थीं। पिछले कुछ दिनों से ठाणे, छत्रपति संभाजी नगर, नागपुर और नांदेड़ से मरीजों की मौक की खबरें आ रही हैं और अभी भी आ रही हैं। कौन जिम्मेदार है? इस कठिन समय में सीएम कहां हैं? यह सीएम और डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी थी कि वे जाकर इसका कारण जानें। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के पास अपने विज्ञापन चलाने के लिए तो पैसा है, लेकिन लोगों की जान बचाने के लिए पैसा नहीं है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बिना टेंडरिंग प्रक्रिया के दवाओं की खरीद की जा रही है। ठाकरे ने आरोप लगाया, अगर ऐसा होने जा रहा है, तो आप भ्रष्टाचार के लिए दरवाजे खोल रहे हैं। लोग अपने भ्रष्ट शासन के कारण जान गंवा रहे हैं। ३० सितंबर के बाद से ४८ घंटों में नांदेड़ के डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में शिशुओं सहित ३१ मरीजों की मौत हो गई, जबकि २ अक्टूबर से ३ अक्टूबर के बीच छत्रपति संभाजीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में १८ मरीजों की मौत दर्ज की गई।