
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 74वें जन्मदिन के अवसर पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के कार्यालय के तहत विशेष चिकित्सा सहायता इकाई द्वारा 17 सितंबर से 17 अक्टूबर 2024 तक मुफ्त सामुदायिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया हैं। इस महीनेभर चलने वाले अभियान में पूरे राज्य में 1500 से अधिक अस्पताल और विभिन्न चिकित्सा संस्थान शामिल होंगे। स्वास्थ्य शिविर महाराष्ट्र के मलिन बस्तियों और ग्रामीण इलाकों में आयोजित किए जाएंगे, जहां 25,000 से अधिक शिविर लगाए जाएंगे। इसका उद्देश्य लगभग 40 लाख नागरिकों की स्वास्थ्य जांच करना है। ये शिविर सुबह 8.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक संचालित होंगे। चिकित्सा जांच के अलावा, 59 प्रकार की रक्त जांच, ईसीजी, और अन्य आवश्यक परीक्षण किए जाएंगे, साथ ही जरूरतमंदों को दवाइयां भी वितरित की जाएंगी।
आयुष्मान भारत योजना का लाभ
इन शिविरों में ‘आभा कार्ड’ (आयुष्मान भारत योजना) का वितरण भी किया जाएगा। बीमारी का पता चलने पर सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं के तहत मरीजों का इलाज करवाया जाएगा। इन शिविरों का समन्वय उपमुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष चिकित्सा सहायता कक्ष द्वारा किया जाएगा, जिसने पिछले 8 महीनों में 13 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता जरूरतमंद मरीजों को प्रदान की है।
गंभीर बीमारियों का इलाज
हृदय रोग, कैंसर, और लीवर ट्रांसप्लांट जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए विशेष चिकित्सा सहायता चैरिटी अस्पतालों में प्रदान की जा रही है। धर्मार्थ अस्पतालों को अपने बिस्तरों का 10 प्रतिशत गरीब मरीजों के मुफ्त इलाज के लिए और 10 प्रतिशत बिस्तर कमजोर वर्ग के रियायती इलाज के लिए आरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है। गरीब और कमजोर वर्ग की वार्षिक आय सीमा भी बढ़ाकर क्रमशः 1 लाख 80 हजार रुपये और 3 लाख 60 हजार रुपये कर दी गई है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकें। उपमुख्यमंत्री कार्यालय ने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए टोल-फ्री नंबर 1800 123 2211 और 022-22020045 जारी किया है, जहां से मरीज मुफ्त और रियायती इलाज की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।