मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि फिल्म कला निर्देशक नितिन देसाई ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ नेताओं से मुलाकात की थी, लेकिन अपने स्टूडियो को बचाने के लिए उन्हें मदद नहीं मिली जबकि भाजपा सांसद सनी देओल के बंगले की प्रस्तावित नीलामी 24 घंटे के भीतर ही रोक दी गई। नितिन देसाई ने महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में अपने स्टूडियो में आत्महत्या कर ली थी। राउत ने पत्रकारों से कहा हमें सनी देओल से कोई शिकायत नहीं है। वह एक अच्छे इंसान और अच्छे अभिनेता हैं। वह बैंक ऑफ बड़ौदा को अपना बकाया नहीं चुका सके जिस कारण बैंक ने नीलामी (मुंबई में उनके बंगले की) के लिए नोटिस जारी किया। लेकिन 24 घंटे के अंदर ही नीलामी (प्रक्रिया) रोक दी गयी। सरकारी स्वामित्व वाले बैंक ऑफ बड़ौदा ने 56 करोड़ रुपये का बकाया वसूलने के लिए सनी देओल के स्वामित्व वाले बंगले की नीलामी करने का सार्वजनिक नोटिस सोमवार को वापस ले लिया था और कहा था कि अभिनेता ने मुंबई में अपने बंगले से संबंधित बकाये का निपटान करने की पेशकश की है। राउत ने दावा किया कि नितिन देसाई ने रायगढ़ जिले में अपने सपनों के स्टूडियो को बचाने के वास्ते मदद मांगने के लिए दिल्ली में भाजपा के कुछ नेताओं से मुलाकात की थी और ऋण का बकाया चुकाने के लिए समय मांगा था लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली। राज्यसभा सदस्य राउत ने दावा किया वह (देसाई) मुंबई लौट आए और बाद में आत्महत्या कर ली। उन्हें कोई न्याय नहीं मिला। पुलिस के अनुसार ‘हम दिल दे चुके सनम’, ‘लगान’ जैसी फिल्मों और मशहूर टीवी कार्यक्रम ‘कौन बनेगा करोड़पति’ का भव्य सेट तैयार करने वाले कला निर्देशक नितिन देसाई इस महीने की शुरुआत में रायगढ़ जिले में अपने स्टूडियो में फंदे से लटके पाए गए थे। जब उनसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उस स्थान का नाम ‘शिव शक्ति प्वाइंट’ रखा है, जहां लैंडर ‘विक्रम’ चंद्रमा की सतह पर उतरा था, तो उन्होंने कहा कि धर्म को विज्ञान में लाना गलत है। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की मुंबई में आगामी बैठक के बारे में उन्होंने कहा कि यह देश की जनता को इंडिया गठबंधन की ओर से गारंटी है कि लोकसभा चुनाव और आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा नहीं जीतेगी।