
पीपीपी के सरकार से अलग होने की अटकलों और फौजी अदालतों में ट्रायल पर सुनवाई को भी महत्व
नई दिल्ली:(New Delhi) पाकिस्तान से गुरुवार को प्रकाशित अखबारों ने अलग-अलग खबरों को अपने लीड समाचार के तौर पर प्रकाशित किया है। कुछ समाचारपत्रों ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश जस्टिस फायज ईसा के अगले चीफ जस्टिस बनने की खबरों को प्रमुखता दी है। राष्ट्रपति आरिफ अलवी ने उनकी नियुक्ति को मंजूर दे दी है। वह 17 सितंबर को अपने पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे।
कुछ अखबारों ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के उस बयान को तरजीह दी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि देश को अस्थिरता से निकालकर विकास की राह पर दौड़ा दिया है। 5 साल में 100 बिलियन डॉलर के निवेश की उम्मीद है। ग्रीन फील्ड आयल रिफाइनरी पर गौर किया जा रहा है।
विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का एक बयान भी सुर्खियों में छाया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अब मेरी बारी है। पीपीपी के अच्छे दिन आने वाले हैं, देश की खिदमत करूंगा। हमारी राजनीति व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं होनी चाहिए। बेनजीर का मिशन संविधान और कानून की सर्वोच्चता था और संस्थानों को मजबूती प्रदान करता था। उनके इस बयान को पीपीपी के बकरीद बाद सरकार से अलग होने की संभावनाओं से जोड़ा जा रहा है।
कुछ बड़े अखबारों ने फौजी अदालतों में 9 मई की घटना पर सिविलियन के ट्रायल के खिलाफ आवेदनों पर 9 सदस्यीय लार्जर बेंच के जरिए आज सुनवाई शुरू होने की खबर को महत्व दिया है। चीफ जस्टिस उमर अता बिंदयाल इसके अध्यक्ष होंगे और फायज ईसा भी बेंच में शामिल हैं। उधर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के पेरिस पहुंचने की खबरें भी छपी हैं।
अखबारों ने वित्त मंत्री इसहाक डार के जरिए पाकिस्तान स्थित अमेरिकी राजदूत से मुलाकात कर आईएमएफ समझौते में अमेरिका से मदद मांगे जाने की खबरें दी है। अखबारों ने चेयरमैन जॉइंट ऑफिस स्टाफ कमेटी जनरल साहिर शमशाद की चीन के राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व से मुलाकात किए जाने की खबरें की दी हैं।
अखबारों ने केंद्रीय मंत्री एहसान मजारी का एक बयान छापा जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत को एक बार फिर पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने की पेशकश की गई है। भारत को जिद छोड़नी चाहिए। अगर भारत, पाकिस्तान नहीं आया तो पाकिस्तान भी न्यूट्रल स्थान पर क्रिकेट खेलेगा।
सरहद इस पार की खबरों में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के प्रवक्ता सोहेल बुखारी का एक बयान छपा है जिसमें कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर को लगातार बगैर किसी निर्वाचित सरकार के रखना लोकतंत्र और आम जनता के अधिकारों के साथ एक बड़ा मजाक है।
इसके अलावा महाराजा रणजीत सिंह की 184 बरसी में भाग लेने के लिए भारतीय सिखों का प्रतिनिधिमंडल वाघा बॉर्डर से पाकिस्तान पहुंचने की खबरें हैं। अखबारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमरीका यात्रा से संबंधित खबरें भी दी हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय मोदी के जरिए योगा दिवस में भाग लेने की खबरें हैं। मोदी की मुस्लिम दुश्मनी पालिसी के खिलाफ अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों के जरिए मोदी के भाषण का बायकाट करने की खबरें हैं। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग और रोजनामा औसाफ आदि ने अपने पहले पन्ने पर प्रकाशित की हैं।
रोजनामा नवाएवक्त ने केंद्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्री मुसद्दीक मलिक द्वारा पाकिस्तान के भारत से तेल लेने की खबर को बेबुनियाद बताने की खबर को जगह दी है। उनका कहना है कि यह आरोप गलत है। भारत क्रूड आयल पैदा ही नहीं करता है। रूस से रिफाइंड नहीं क्रूड तेल आया है।