नई दिल्ली: (New Delhi) मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने बुधवार को दिल्ली जल बोर्ड को गंदे पानी की आपूर्ति की समस्या का स्थायी निदान करने के सख्त निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में गंदे पानी की समस्या पूरी तरह से खत्म करना है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने साफ पानी की सप्लाई के लिये डीजेबी को एक प्लान बनाकर देने का निर्देश दिया गया है। जिन इलाकों से गंदे पानी की शिकायत आ रही है, उनको चिन्हित कर इसके कारणों का पता लगाने और उसपर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
केजरीवाल ने कहा कि गंदा पानी आने के कई कारण हैं। दिल्ली में कई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स पुराने हैं, जिनको आधुनिक करने का निर्देश दिया गया है। जहां अमोनिया, नाइट्रेट या आयरन जैसे पदार्थों की वजह से गंदा पानी आने की समस्या हैं, वहां पानी का इन सीटू ट्रीटमेंट किया जाएगा। इसके अलावा जहां सीवर लाइन की वजह से गंदा पानी आने की शिकायत है, वहां सीवर लाइन की डि-सिल्टिंग कर इस समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा।
केजरीवाल ने कहा कि पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए नये ट्यूबवेल लगाने का काम तेजी से किया जाए, जिससे कि जनवरी-फरवरी महीने में ट्यूबवेल्स डाउन न हो। अधिकारियों ने अवगत कराया कि ट्यूबवेल्स लगाने के लिए डीडीए से प्राप्त जमीन को देख लिया गया है और 400 स्थानों पर ट्यूबवेल्स लगाने की मंजूरी मिल गई है।
केजरीवाल ने कहा कि पहले चरण में जगह-जगह लगाए जाने वाले 450 ट्यूबवेल्स से अगले छह महीने में दिल्ली में 70 एमजीडी पानी की क्षमता बढ़ जाएगी। इसलिए इस पर काम तेजी से किया जाए।
इस दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्रीटेड पानी का अधिकतम उपयोग करने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जितनी झीलें बन रही हैं, उनके कार्य में तेजी लाई जाए और जहां पर झीलें बना सकते हैं, वहां बनाने की प्रक्रिया तेज की जाए।
आगे उन्होंने कहा कि अधिकांश ट्रीटेड पानी का इस्तेमाल इन झीलों में किया जाए। यमुना में वही पानी छोड़ा जाए, जिसका बिल्कुल इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। साथ ही झीलों के साथ आरओ प्लांट लगाने का काम भी चालू किया जाए।