
मुंबई। शिवसेना में टूट के बाद भी महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। एक-एक कर पार्टी के कई नेता उद्धव का साथ छोड़ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का दामन थाम चुके हैं। उद्धव गुट को छोड़ने वाले नेताओं की लिस्ट में एक और नाम शामिल हो गया है। विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरहे ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) को अलविदा कह दिया है। नीलम गोरहे एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गई हैं। एकनाथ शिंदे ने पार्टी का पटका ओढ़ाकर नीलम गोरहे का स्वागत किया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। महाराष्ट्र विधान परिषद की बिजनेस एडवाइजरी बैठक में बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर ने नीलम गोरहे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने का प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव का समर्थन भाजपा के प्रसाद लाड ने किया था।
शिवसेना के दोनों गुटों में आर-पार
एक तरफ शिंदे गुट लगातार अपने दल में लोगों को शामिल कर रहा है, दूसरी ओर उद्धव गुट में भी हलचल मची है। शुक्रवार को शिवसेना सांसद संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने बड़ा दावा किया। संजय राउत ने दावा किया कि करीब डेढ़ दर्जन विधायक उनसे संपर्क कर चुके हैं, वह अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। संजय राउत ने एक और अहम जानकारी दी। चर्चाएं चल रही हैं कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एकजुट हो सकते हैं, इसपर संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वो दोनों भाई हैं, ऐसे में उनको साथ आने के लिए किसी मध्यस्थता की जरूरत नहीं है।
महाराष्ट्र में जारी है राजनीतिक दंगल
बता दें कि कुछ दिनों पहले अजित पवार ने अपने साथ कई विधायकों को लेकर शिंदे-फडणवीस सरकार को ज्वाइन कर लिया था। अजित पवार अब महाराष्ट्र सरकार में उप-मुख्यमंत्री हैं, जबकि उनके साथ आए 8 अन्य नेताओं को मंत्री बनाया गया है। एनसीपी के अजित पवार गुट का दावा है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है, दूसरी ओर शरद पवार के पास एक दर्जन के करीब विधायक हैं।