
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता जयंत पाटिल ने शनिवार को कहा कि उनके धड़े को भरोसा है कि भारत निर्वाचन आयोग पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर सही फैसला करेगा। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट के साथ जारी खींचतान के बीच जयंत ने यह टिप्पणी की। अजित पवार के नेतृत्व में छगन भुजबल और दिलीप वलसे पाटिल सहित आठ अन्य विधायकों के एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद शरद पवार द्वारा स्थापित राकांपा दो जुलाई को विभाजित हो गई थी। दोनों समूहों ने पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न के लिए निर्वाचन आयोग में याचिका दायर की है। पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, हमने इस मामले पर चुनाव आयोग को लिखा है। इन दिनों पार्टियों को चुराने का सिलसिला चल रहा है, लेकिन हमें पूरा भरोसा है कि निर्वाचन आयोग सही फैसला करेगा। अजित पवार पर हमला बालते हुए उन्होंने कहा शरद पवार राकांपा के अध्यक्ष और इसके संस्थापक हैं। कुछ लोग उन्हें किनारे करने की कोशिश कर रहे हैं। अजित ने राकांपा में विभाजन के तुरंत बाद कहा था कि शरद पवार की उम्र 80 साल से अधिक हो चुकी है और उन्हें पार्टी की कमान अगली पीढ़ी के नेताओं को सौंप देनी चाहिए। राज्य में आरक्षण मामले पर बालते हुए पाटिल ने कहा जाति आधारित जनगणना अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को न्याय प्रदान करने के लिए की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित कई शिवसेना विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिकाओं पर शीघ्र निर्णय लेना चाहिए।