
मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी की कड़ी आलोचना की। ठाकरे ने रविवार को पार्टी कार्यक्रम में बोलते हुए दावा किया कि उनका हिंदुत्व बीजेपी के हिंदुत्व से अलग है। उन्होंने देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘भारत रत्न’ देने के मोदी सरकार के फैसले पर भी सवाल खड़े किये। शिवसेना (यूबीटी) नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, एनडीए सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय इसलिए लिया, क्योंकि वह राज्य में आगामी चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करना चाहती है। ठाकरे ने कहा पहले ये नियम थे कि कितने लोगों को भारत रत्न दिया जा सकता है और किसे और कब सम्मानित किया जा सकता है। पीएम नरेंद्र मोदी के मन में जो आ जा रहा है, उसे नवाज दे रहे हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि जिसे भी भारत रत्न दिया गया है वह गलत है। उन्हें बिहार में वोट चाहिए इसलिए कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया गया है। सभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने बताया कि मुस्लिम समुदाय शिवसेना के साथ जुड़ रहा है। उन्होंने कहा, “मैं उनसे पूछता हूं कि क्या आप नहीं जानते कि मैं शिवसेना का पार्टी प्रमुख हूं और ‘हिंदू हृदय सम्राट’ का बेटा हूं। मैं खुद एक कट्टर हिंदू हूं तो आप मेरे साथ क्यों आ रहे हैं? वे कहते हैं कि हम जान गए है आपके हिंदुत्व और बीजेपी के हिंदुत्व में फर्क है। आपका हिंदुत्व हमारे घर का चूल्हा जलाता है और बीजेपी का हिंदुत्व घर जलाता है। ठाकरे ने आगे कहा, हमारे दिल में राम और हमारे हाथों में काम है, यही हमारा हिंदुत्व है और हम देशभक्त हिंदू हैं।
मालूम हो कि उद्धव ठाकरे की अविभाजित शिवसेना पहले बीजेपी नीत एनडीए गठबंधन का हिस्सा थी, लेकिन 2019 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद पर मतभेदों के कारण दशकों पुराना यह नाता टूट गया। इसके बाद राज्य में महाविकास आघाडी यानी एमवीए गठबंधन का गठन हुआ। एमवीए गठबंधन में कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (उद्धव गुट) शामिल है। एमवीए के तीनों दल ‘इंडिया’ अलायंस का भी हिस्सा है।