Maharashtra : महाराष्ट्र में आज हुई कैबिनेट की बैठक में 15 अहम फैसले लिए गए हैं. महाराष्ट्र सरकार ने इस बैठक में मंगलवार को ‘जय जय महाराष्ट्र माझा’ को राज्य गीत के रूप में मान्यता प्रदान की है. मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती 19 फरवरी को इस गीत को राजकीय गीत के रूप में अपनाया जाएगा. यह फैसला मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में लिया गया. मराठी में प्रतिष्ठित गीतों में से एक है, ‘जय जय महाराष्ट्र माझा, गरजा महाराष्ट्र माझा’, जिसका अर्थ है ‘महाराष्ट्र की जय’,. यह गीत महाराष्ट्र के फेमस कवि राजा बधे द्वारा लिखा गया था और शाहीर साबले के नाम से लोकप्रिय बालादीर कृष्णराव साबले द्वारा गाया गया था.
महाराष्ट्र में मंगलवार को कैबिनेट की हुई बैठक में 15 फैसले लिए गए. इसमें ‘जय जय महाराष्ट्र माझा, गरजा महाराष्ट्र माझा’ को महाराष्ट्र के राजकीय गीत के रूप में स्वीकृति प्रदान की गई. इस गाने को महाराष्ट्र के लोगों में प्रेरणा गीत के रूप में जाना जाता है और पिछले कई दशकों से यह गीत महाराष्ट्र का लोकप्रिय गीत रहा है.
इस बाबत आज की कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा फैसला लिया गया. छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर 19 फरवरी 2023 से इस गीत को राजकीय गीत के रूप में अपनाया जाएगा. बता दें कि यह निर्णय सांस्कृतिक मामलों के विभाग के माध्यम से कैबिनेट में प्रस्तुत किया गया था.
जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने राज्यों को सुझाव दिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रत्येक राज्य का एक विशिष्ट गीत होना चाहिए. इसे ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र के तीन गीतों का चयन किया गया था.