मुंबई: वीर सावरकर के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने आरएसएस पर निशाना साधा है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि संघ (आरएसएस) को कभी वीर सावरकर का हिंदुत्व मान्य नहीं था। राउत ने यह बयान तब दिया है जब बीजेपी और एकनाथ शिंदे गुट ने सावरकर गौरव यात्रा का आयोजन किया है। रविवार के दिन महाराष्ट्र के कोने-कोने में इस यात्रा को निकाला जा रहा है। संजय ने कहा कि सावरकर वैज्ञानिक सोच और प्रगतिशील विचारों वालों थे। राउत ने कहा कि संघ को सावरकर के विचारों से कुछ भी लेना देना नहीं है। राउत ने कहा कि सावरकर और संघ के विचार अलग-अलग हैं। दोनों के विचारों में कोई मेलजोल नहीं है। संघ सावरकर के हिंदुत्व को मानता ही नहीं है फिर वो उनके विचारों को आगे लेकर कैसे जायेंगे।
राउत ने कहा कि हमने सावरकर के हिंदुत्व को स्वीकार किया है। राउत ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने सावरकर के विचारों को आगे बढ़ाने का काम किया था। शिंदे-बीजेपी गठबंधन द्वारा निकाली जा रही सावरकर यात्रा एक राजनीतिक एजेंडे के तहत आयोजित की गई है। राउत ने दावा संभाजीनगर में हुई हिंसा भी एक राजनीतिक एजेंडा थी।
सावरकर के विचार स्वीकार हैं क्या?
संजय राउत ने कहा कि वीर सावरकर ने हिंदुत्व को विचार देते हुए प्रगतिशीलता और वैज्ञानिकता को अपनाया। बीजेपी कहती है कि गाय तो गौमाता होती है। सावरकर इस बात को स्वीकार नहीं करते। उनका कहना था कि गाय एक उपयोगी पशु है। सावरकर का विचार था कि यदि गाय दूध देना बंद कर दे तो उसका मांस खाने में कोई हर्ज नहीं है। राउत ने बीजेपी से सीधे तौर पर यह भी पूछा कि क्या यह विचार भाजपा को स्वीकार है।
एमवीए की सभा में प्रचंड भीड़ होगी
संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के संभाजीनगर जिले में आज महाविकास अघाड़ी की जनसभा हो रही है। यह महाविकास अघाड़ी की पहली संयुक्त सभा है। राउत ने कहा कि इस जनसभा में आज उद्धव ठाकरे, अजित पवार और नाना पटोले समेत एमवीए के अन्य नेता भी मौजूद रहेंगे। राउत ने कहा कि इस जनसभा में मराठवाड़ा से शिवसेना के अहम नेता भी शामिल होंगे। एमवीए ने इस जनसभा को वज्रमूठ सभा का नाम दिया है। हालांकि, इस जनसभा में संजय राउत मौजूद नहीं रहेंगे। राउत ने कहा कि एमवीए की इस में भारी संख्या में लोग आएंगे।