महाराष्ट्र में पांच सीटों पर हुए MLC चुनाव के दिलचस्प मुकाबले नासिक में देखने को मिले. इस सीट से कांग्रेस ने पहले सुधीर ताम्बे को अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उन्होंने अपना पर्चा नहीं भरा. बाद में सुधीर ताम्बे के बेटे ने निर्दलीय तौर पर पर्चा भर दिया और जीत भी गए. इस सीट से कांग्रेस को बगावत झेलनी और उसे काफी नुकसान हुआ.
कहां से शुरू हुई बगावत?
कांग्रेस ने तीन बार के विधान पार्षद सुधीर ताम्बे (Sudhir Tambe) को अपना आधिकारिक उम्मीदवार बनाया था. सुधीर ताम्बे ने पर्चा नहीं भरा और चुनावी दौड़ से बाहर हो गए. बाद में उनके बेटे सत्यजीत ताम्बे (Satyajit Tambe) ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा और जीते. कांग्रेस (Congress) ने दोनों नेताओं को पार्टी से निकाल दिया.
कौन हैं सत्यजीत ताम्बे?
सत्यजीत ताम्बे का परिवार खानदानी कांग्रेसी रहा है. सत्यजीत ताम्बे ने अमेरिका से पढ़ाई की है. उनके पिता डॉ. सुधीर तांबे कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य हैं (पार्टी से निकाले जा चुके हैं). सत्यजीत ताम्बे महाराष्ट्र प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं. मां दुर्गादेवी तांबे संगमनेर नगर परिषद की नगराध्यक्ष हैं. मामा बालासाहेब थोराट महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं.
किसे कितने वोट मिले
पांचवें राउंड की समाप्ति पर सत्यजीत तांबे को 68 हजार 999 वोट मिले. शुभांगी पाटिल को 39 हजार 534 वोट मिले थे. सत्यजीत तांबे ने 29 हजार 465 वोटों से जीत दर्ज की है.
दोबारा वोटों की गिनती की मांग
अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र (Amravati Graduate Constituency) में अवैध मतदान की जांच चल रही है. 8735 अमान्य मतों का पुन: सत्यापन शुरू किया गया है. बीजेपी प्रत्याशी डॉ. रंजीत पाटिल (Dr. Ranjit Patil) के प्रतिनिधियों ने अवैध मतों की दोबारा जांच कराने की मांग की थी. नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र (Nashik Graduate Constituency) से सत्यजीत तांबे ने जीत दर्ज की है. वे 29 हजार 465 मतों से जीते. नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से सत्यजीत तांबे जीते.