महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, आदित्य ठाकरे और उद्धव ठाकरे मेरे दुश्मन नहीं हैं. हमारे बीच वैचारिक मतभेद हैं. उद्धव ठाकरे ने एक अलग विचार रखा है. मेरी पार्टी का एक अलग विचार है. हम वैचारिक विरोधी हैं. महाराष्ट्र की एक संस्कृति है. उस संस्कृति के अनुसार हम वैचारिक रूप से विरोधी हैं. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे गुट के हाथ से शिवसेना और चुनाव चिन्ह जाने के बाद से राजनितिक माहौल गरमाया हुआ है.
देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा?
फडणवीस ने कहा, मैंने कई बार इंटरव्यू में कहा है कि न तो उद्धव ठाकरे और न ही आदित्य ठाकरे मेरे दुश्मन हैं. हम वैचारिक विरोधी बन गए क्योंकि उन्होंने दूसरे मत को स्वीकार कर लिया. मेरी एक अलग राय है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि हम वैचारिक विरोधी हैं लेकिन एक दूसरे के दुश्मन नहीं. कुछ दिनों पहले देवेंद्र फडणवीस ने एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया था कि उद्धव ठाकरे ने उन्हें धमकी दी थी.
2019 में जब चुनाव हुए थे तो नतीजों के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा था कि हमारे लिए सभी विकल्प खुले हैं. इसलिए फडणवीस ने भी कहा था कि यह धोखा उन्होंने दिया है, जबकि शरद पवार ने दूसरा विश्वासघात इसलिए दिया था क्योंकि उन्हें सुबह के शपथ ग्रहण समारोह का पूरा अंदाजा था. उसके बाद आज उन्होंने कहा है कि उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे मेरे दुश्मन नहीं हैं.
संजय राउत का फडणवीस पर आरोप
संजय राउत ने आरोप लगाया है कि देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना को तोड़ दिया. इस बारे में पूछे जाने पर देवेंद्र फडणवीस ने मुस्कराते हुए कहा कि संजय राउत मेरी क्षमता के बारे में इतना सोचते हैं, मैं शुक्रगुजार हूं कि वह इतना विश्वास करते हैं. लेकिन आपको बता दें कि हाल के दिनों में संजय राउत जो कह रहे हैं उसे बहुत गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है. फडणवीस ने यह भी कहा है कि उनके स्तर के नेता को बोलते समय थोड़ा सोचना चाहिए.