मुंबई। आईआईटी बॉम्बे में देवदत्त पटनायक के एक लेक्चर को लेकर वहाँ उनका विरोध हो रहा है। देवदत्त पटनायक अक्सर सोशल मीडिया पर लोगों को गाली देने के लिए जाने जाते रहे हैं और हिन्दू धर्मग्रंथों की गलत-सलत व्याख्या करना उनका पेशा है। आईआईटी बॉम्बे में छात्र कह रहे हैं कि देवदत्त पटनायक के लेक्चर की यहाँ कोई ज़रूरत नहीं है। ‘विवेक विचार मंच’ नामक छात्र संस्था ने मुंबई के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख कर कहा है कि एक गुट कॉलेज परिसर के माहौल को दूषित करने में लगा हुआ है। वहीं आईआईटी बॉम्बे के छात्रों ने एक प्रोफेसर और एक गेस्ट लेक्चरर के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दायर की है। एक लेक्चर के दर्जन इन्होंने हमास और इस्लामी आतंकियों का समर्थन किया। 6 नवंबर को कोरसुरक का हिस्सा बता कर ये लेक्चर आयोजित किया गया है। वहीं अब देवदत्त पटनायक का विरोध हो रहा है। दीपावली के कारण कई छात्र अपने घर गए हुए हैं, ऐसे में इसका फायदा उठा कर इस तरह के लेक्चर आयोजित किए जा रहे हैं। पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया है कि विभाजनकारी नीतियाँ अपना कर छात्रों को उकसाया जा रहा है। छात्रों ने हमास समर्थक प्रोफेसरों के खिलाफ FIR दर्ज करने की माँग की है। ह्यूमनिटीज एन्ड सोशल साइंस विभाग में पढ़ रहे ओमकार सुपेकर ने प्रोफेसर शर्मिष्ठा साहा और सुधन्वा देशपांडे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। ये ‘जन नाट्य मंच’ से जुड़ा हुआ है। फिलिस्तीन पर एक डॉक्यूमेंट्री दिखाए जाने का कार्यक्रम भी तय किया गया था। इसी में उक्त प्रोफेसर ने देशपांडे को लेक्चर देने के लिए बुलाया था। छात्रों ने बताया कि इसके खिलाफ आवाज़ उठाने के बावजूद उनकी माँग पर ध्यान नहीं दिया गया। एक पीएचडी छात्र ने बताया कि क्लासरूम में विरोध प्रदर्शनों का आयोजन, सरकार की आलोचना और हिन्दू धर्म को बदनाम करना आम हो गया है। बता दें कि देवदत्त पटनायक कह चुके हैं कि वो ‘बलात्कार के बदले बलात्कार’ वाली थ्योरी में यकीन करते थे।ट्रॉल होने के बाद उन्हें इसके लिए माफ़ी माँगनी पड़ी थी। आईआईटी बॉम्बे में हमास के समर्थन का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले प्रोफेसर अचिन वनैक को इसके लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन विरोध के बाद ‘अचानक आई परिस्थितियों’ का हवाला देते हुए इसे रद्द कर दिया गया था। इजरायल-फिलिस्तीन के ऐतिहासिक पहलुओं पर बात करने के नाम पर हमास समर्थक प्रोफेसर को बुलाया गया था, लेकिन फिर लेक्चर रद्द कर दिया गया। अचिन को इससे पहले जिंदल यूनिवर्सिटी में बुलाया गया था। वो भारतीय सेना को आतंकवादी बता चुका है।