Friday, November 22, 2024
Google search engine
HomeMaharashtraएकनाथ शिंदे ने विपक्ष पर बोला हमला, बोले- भेड़-बकरियां शेर से नहीं...

एकनाथ शिंदे ने विपक्ष पर बोला हमला, बोले- भेड़-बकरियां शेर से नहीं लड़ सकती

मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को विपक्षी दलों की आलोचना की और कहा कि वे केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराने के बारे में सोचते हैं लेकिन ठभेड़ और बकरियांठ जंगल में शेर के खिलाफ लड़ाई नहीं कर सकतीं। उन्होंने कहा कि मैं विपक्ष के साथ था, उन्होंने केवल यही सोचा कि पीएम मोदी को कैसे हराया जाए। जंगल के सभी जानवर, भेड़-बकरियां, एक साथ आकर शेर से नहीं लड़ सकते, और शेर तो शेर होता है, जंगल में केवल शेर का शासन होता है। उन्होंने कहा कि इससे पहले २०१४ में पीएम मोदी के सामने सभी लोग इकट्ठा हुए थे, उस वक्त क्या हुआ था ये सभी जानते हैं। २०१९ में पीएम मोदी को हराने के लिए सब एक हो गए और जनता ने उन्हें ऐसी पटखनी दी कि विपक्ष ४०० से घटकर ४० पर आ गया। शिंदे ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जो पार्टी कभी ४०० सीटें हासिल करती थी, वह घटकर ४० पर आ गई है। जनता पीएम मोदी के साथ है क्योंकि वह भारत को महाशक्ति की ओर ले जा रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा विपक्षी दलों पर की जा रही छापेमारी के बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि जिन लोगों ने भ्रष्टाचार किया है, उन पर ईडी छापेमारी करेगी। तो जिसने कुछ नहीं किया उसे डरने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि ईडी क्या करती है कि वह भ्रष्टाचार करने वालों पर छापा मारती है, और फिर ईडी उन पर छापे मारेगी जिन्होंने भ्रष्टाचार किया है। इसलिए जिसने कुछ नहीं किया है उसे डरने की कोई बात नहीं है। शिंदे ने आगे कहा, ”बीजेपी ने भ्रष्टाचार किया था, सारे सबूत सामने आ गए होंगे. अगर कुछ नहीं किया है तो आप क्यों डर रहे हैं?” महाराष्ट्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए शिंदे ने कहा, ”कोई खतरा नहीं है। अब हमारे पास डबल इंजन की सरकार थी, शिवसेना और बीजेपी की सरकार थी, इसलिए अजित पवार भी आज हमारे साथ आ गए। और हमारे पास २१५ से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। और पिछले साल जो काम हुआ है, सरकार ने सबके लिए फैसले लिए हैं, चाहे वो किसान हों, माताएं हों, बहनें हों, छात्र हों, नौजवान हों। हमारी सरकार आने से पहले, अहंकार से भरे हुए लोग थे, रोड़े अटकाते थे, काम रुकवा देते थे, सारे प्रोजेक्ट बंद कर देते थे, हमने शुरू कर दिए, तो लोग देख रहे हैं और वोट भी उसी को देंगे, जो काम करेगा। या क्या हम घर में बैठे व्यक्ति को वोट देंगे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments