Disha Salian’s death secret: दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर रही दिशा सालियान की मौत से जुड़ा क्या रहस्य है कि इसकी फिर से जांच का आदेश दिया गया है? उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिशा सालियान केस की फाइल खुलवाने के लिए एसआईटी के गठन का ऐलान क्यों किया है? क्यों केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता नारायण राणे आदित्य ठाकरे को इस केस में आरोपी ठहरा रहे हैं? क्यों बीजेपी विधायक नितेश राणे यह कह रहे हैं कि जिस तरह श्रद्धा वालकर की हत्या की सच्चाई आफताब पूनावाला का नार्को टेस्ट करवाकर सामने आई, वैसे ही आदित्य ठाकरे का भी नार्को टेस्ट किया जाए?
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे का आरोप है कि जिस वक्त दिशा सालियान की मौत हुई उस वक्त कुछ लोगों ने घटनास्थल पर आदित्य ठाकरे को देखा था. इसका एक तार सुशांत सिंह राजपूत के केस से यूं जुड़ता है कि नारायण राणे के मुताबिक सुशांत दिशा की मौत का राज जानते थे और उन्होंने यह कहा था कि वे चुप बैठने वाले नहीं हैं, इसलिए उनकी भी हत्या की गई. बिहार पुलिस ने भी अपने इन्विस्टिगेशन में यह जिक्र किया था कि सुशांत सिंह की गर्लफ्रेंड रिया के फोन में 44 बार AU नाम से कॉल्स आए थे. यह नाम आदित्य उद्धव ठाकरे से जु़ड़ा हो सकता है. इस एयू वाले मुद्दे को मंगलावर को लोकसभा में शिंदे गुट के सांसद राहुल शेवाले ने उठाया.
CCTV फुटेज गायब, आने-जाने वालों के नाम दर्ज करने वाले रजिस्टर के पन्ने गायब
नितेश राणे सवाल उठाते हैं कि दिशा सालियान की मौत के वक्त उसकी बिल्डिंग के सारे सीसीटीवी फुटेज क्यों गायब हैं. बिल्डिंग में आने-जाने वालों की एंट्री और एग्जिट दर्ज करने वाले रजिस्टर के वारदात के दिन के वे पन्ने फटे हुए क्यों हैं? यानी ऐसा करके कौन आया, कौन गया, यह छुपाया गया. इस मामले में आदित्य ठाकरे का बयान यही है कि चूंकि सीएम शिंदे नागपुर के जमीन घोटाले के मामले में घिर गए हैं, इसलिए ध्यान भटकाने के लिए एक बंद केस को खोला जा रहा है, जिसमें कोई तथ्य नहीं है.
बंद केस की फाइल खोलने का मतलब क्या और मकसद क्या?
विपक्षी नेता अजित पवार ने कहा कि 8 जून 2020 को दिशा सालियान की मौत फ्लैट की बालकनी से गिरकर हुई थी. सीबीआई ने साफ कहा हुआ है दिशा सालियन की मौत एक एक्सीडेंट था, खुदकुशी थी. दिशा सालियान के माता-पिता ने भी यह अपील की हुई है कि उनकी बेटी की मौत का राजनीतिक इस्तेमाल ना किया जाए. इसलिए इस केस की फिर से जांच करवाना नौटंकी है और कुछ नहीं.
क्यों पड़ी SIT की जरूरत, सामने क्या आने वाला है अब सच?
लेकिन देवेंद्र फडणवीस और नितेश राणे का कहना है कि सीबीआई के हाथ में तो दिशा सालियान का केस था ही नहीं. यह केस तो मुंबई पुलिस हैंडल कर रही थी और तब राज्य में ठाकरे सरकार थी. सीबीआई के हाथ सिर्फ सुशांत केस ही था. ऐसे में हो सकता है कि मुंबई पुलिस ने राजनीतिक दबाव में काम किया हो और सच सामने नहीं आ पाया.
पहले रेप, फिर हत्या- ना कि आत्महत्या…नारायण राणे ने कहा
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे का दावा तो यहां तक है कि दिशा सालियान का पहले रेप किया गया. फिर उसकी हत्या की गई. जब दिशा की मौत हुई, तब वह गर्भवती थी. यहां नारायण राणे यह सवाल उठाते हैं कि जिस वक्त दिशा सालियान का बलात्कार हो रहा था, तब उस फ्लैट के बाहर आखिर किस मंत्री का सुरक्षा गार्ड पहरा दे रहा था? सुशांत सिंह ने आवाज उठाने की कोशिश की इसलिए उसे शांत किया गया.
‘वहां आदित्य पंचोली का बेटा सूरज पंचोली भी था, 18 वीं मंजिल से फेंका गया’
गुरुवार (22 दिसंबर) से पहले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने इस मामले में अगस्त 2020 को भी प्रेस कॉन्फ्रेस की थी. तब उन्होंने दावा किया था कि उस दिन पार्टी हुई थी. घटनास्थल पर आदित्य पंचोली का बेटा सूरज पंचोली भी मौजूद था. पार्टी के दौरान दिशा सालियान के साथ बलात्कार किया गया और फिर 14 वीं मंजिल से उसे नीचे फेंक दिया गया.