
नवी मुंबई। डीआरआई की मुंबई इकाई ने खुफिया जानकारी के आधार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए न्हावा शेवा बंदरगाह पर करोड़ों रुपये की सिगरेट जब्त की है। अधिकारियों ने बताया कि नवी मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह पर 5.77 करोड़ रुपये मूल्य की 33 लाख से अधिक सिगरेट जब्त की गयी है। मामले की जांच जारी है। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने बताया कि जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह पर पहुंचे 40 फीट के रेफ्रिजरेटेड कंटेनर को न्हावा शेवा के कंटेनर फ्रेट स्टेशन (सीएफएस) में रखा गया था। कंटेनर की जब गहन जांच की गयी तो पता चला कि सिगरेट के डिब्बों को इमली वाले गत्ते के बक्सों के भीतर बड़ी चालाकी से छुपाया गया था। सिगरेट के डिब्बों को इमली के बक्सों के अंदर रखा गया था। आरोपियों ने बड़ी ही चतुराई से सिगरेट को सभी तरफ से इमली से ढक दिया गया था ताकि कार्डबोर्ड के डिब्बों को खोलने पर भी सिगरेट के डिब्बों का पता न चल सके।
डीआरआई ने बताया कि तस्करी के माल में 33,92,000 सिगरेट स्टिक्स थीं, जिनका बाजार मूल्य लगभग 5.77 करोड़ रुपये है। सीमा शुल्क अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
इसी महीने पकड़ी गयी थी 14.67 करोड़ की सिगरेट
मालूम हो कि 4 दिसंबर को भी डीआरआई ने न्हावा शेवा बंदरगाह पर 14.67 करोड़ मूल्य की 86,30,000 सिगरेट जब्त की थी। कंटेनर की तलाशी के दौरान खुलासा हुआ कि इस पूरे कंटेनर में सिगरेट रखी हुई थी जबकि दस्तावेज में उसमें कोई और सामान होने की जानकारी दी गयी थी।
क्यों होती है स्मगलिंग?
जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट भारत का सबसे बड़ा कंटेनर पोर्ट है और महाराष्ट्र में नवी मुंबई में न्हावा शेवा में स्थित है। सिगरेट से स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है और इससे देश के स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे पर बोझ पड़ता है, ऐसे में सरकार सिगरेट पर उच्च शुल्क वसूलती है। इस शुल्क तथा तंबाकू संबंधित उत्पादों से संबंधित नियमों से बचने के लिए अपराधी इसकी तस्करी करते हैं।