शिमला:(Child Session) हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 12 जून को होने वाले “बाल सत्र” में 68 बच्चे मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, मंत्री, नेता प्रतिपक्ष और विधायक बन कर सदन का संचालन करेंगे। इसके लिए डिजिटल बाल मेला द्वारा आठ दिवसीय ऑनलाइन ट्रेनिंग सत्र आयोजित किया जा रहा है। इसमें देशभर के चयनित 68 बच्चे हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान 13 बच्चों ने बाल सत्र में मुख्यमंत्री बनने के लिए अपनी दावेदारी पेश की। दावेदारों ने बताया कि वह मुख्यमंत्री बनकर प्रदेश में क्या करेंगे? इसके साथ ही इस सत्र में मौजूद बच्चों ने गुप्त वोटिंग भी की।
डिजिटल बाल मेला की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस सत्र में कुल 13 दावेदारों ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। इनमें पीयूष गोयल, अर्पित चौधरी, जह्नवी, तुषार आनंद, व्योम सिंह, आदित्य, रिज़ा शेख, सुमित शर्मा, कशिश, निवेदिता जस्टा, शालिनी ठाकुर, लविश नेगी एवं सिमरप्रीत कौर शामिल हैं।
डिजिटल बाल मेला की फाउंडर जाह्नवी शर्मा ने बताया के बच्चों के चयन में जनता भी एक अहम भूमिका निभाएगी। इन दावेदारों की वीडियो बाल मेला के यू-ट्यूब चैनल पर प्रसारित की गई है, जिसके चलते लाइक्स भी मुख्यमंत्री के चयन में भागीदारी निभाएंगे। इसका अनुपात 70 फीसदी बाल विधायकों के वोट्स एवं 30 फीसदी जनता के लाइक्स रखा गया है। उन्होंने बताया कि यह ट्रेनिंग सत्र विधानसभा स्पीकर शकुलदीप सिंह पठानिया की अध्यक्षता में आयोजित हो रहे हिमाचल प्रदेश विधानसभा “बाल सत्र” का हिस्सा बनने वाले बच्चों के लिए आयोजित किये जा रहे है। इन सत्रों के माध्यम से बच्चों को बताया जा रहा है कि सदन में मुख्यमंत्री से लेकर सदस्य कैसे बात रखते हैं एवं उनकी क्या भूमिका होती है।
उल्लेखनीय है कि “बाल श्रम निषेध दिवस” पर आयोजित इस सत्र में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल होंगे। इसके साथ विशिष्ठ अतिथि के तौर पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए मौजूद रहेंगे। पूर्वाह्न 11 बजे आयोजित इस सत्र में बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए हिमाचल की समस्त कैबिनेट एवं विधानसभा सदस्य इस सत्र में शिरकत करेंगे।