
पुणे। महाराष्ट्र के बीजेपी विधायक सुनील कांबले के पुणे के एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान एक ऑन-ड्यूटी पुलिस कांस्टेबल को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के बाद शुक्रवार को विवाद खड़ा हो गया। यह घटना जिस कार्यक्रम के दौरान घटी, उसमें उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ सहित अन्य लोग मौजूद थे। घटना का फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसकी लोगों ने आलोचना की है। वीडियो में देखा जा सकता है कि सुनील कांबले मंच से उतर रहे थे। तभी उन्हें थप्पड़ मारने से पहले वह पुलिसकर्मियों के साथ तीखी नोकझोंक करते नजर आए। विधायक के हटने से पहले उनमें से दो के बीच फिर से बहस हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक, कांबले को मंच से उतरते वक्त सीढ़ियों पर फिसलते देखा गया। पुणे पुलिस ने अभी तक आधिकारिक तौर पर इस घटना को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन यह बताया गया है कि कांस्टेबल बंडगार्डन पुलिस स्टेशन का है। ऐसे दावे हैं कि कांबले स्थानीय विधायक होने के बावजूद कार्यक्रम के निमंत्रण पर या मंच की पृष्ठभूमि पर अपना नाम नहीं लिखे जाने से नाराज थे। अन्य रिपोर्ट के अनुसार वह उसी समारोह के दौरान एक राकांपा कार्यकर्ता के साथ विवाद में शामिल हो गए थे। जब वीडियो के बारे में सवाल किया गया, तो भाजपा विधायक ने कांस्टेबल के साथ मारपीट करने से इनकार किया, उन्होंने कहा कि जब वह मंच से नीचे आ रहे थे तो पुलिसकर्मी खुद उन पर गिर पड़े, जिसके जवाब में उन्होंने धक्का-मुक्की की। उन्होंने मारपीट करने के दावों का भी खंडन किया। कार्यक्रम में, डिप्टी सीएम पवार और मुश्रीफ ने ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए एक समर्पित वार्ड सहित ससून अस्पताल में विभिन्न सुविधाओं का उद्घाटन किया। यह घटना घटने के बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। विपक्षी पार्टियों ने इसकी आलोचना की है और इसे लेकर बीजेपी विधायक और सत्तारूढ़ सरकार पर निशाना साधा है।