हेमेन्द्र क्षीरसागर, पत्रकार व लेखक
महामहिम, राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को हालिया उनके घर पहुंच कर भारत रत्न हे सम्मानित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भी मौजूद रहे। भारत रत्न से सम्मानित की गई, इन महान हस्तियों में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव के अलावा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर, कृषि विज्ञानी एमएस स्वामीनाथन और उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी का नाम भी शामिल था। सिर्फ आडवाणी इन पांच हस्तियों में से जीवित हैं। उनकी सेहत बेहतर नहीं थी इसलिए वह सम्मान समारोह में नहीं पहुंचे थे। हाल ही में भारत सरकार ने 31 मार्च 2024 को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की घोषणा की है। तब प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा था, “मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने भी उनसे बात की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी। हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। स्तुत्य, लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर, 1927 को कराची (अब पाकिस्तान में) हुआ था। आडवाणी ने 1980 में स्थापना के बाद से सबसे लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। लगभग चार दशकों के संसदीय करियर के दौरान वह पहले गृह मंत्री और बाद में अटल बिहारी वाजपेयी (1999-2004) के मंत्रिमंडल में उप प्रधान मंत्री रहे। उन्हें बीजेपी के सबसे कुशल नेता के तौर पर भी देखा जाता रहा है। भारतीय जनता पार्टी को भारतीय राजनीति में एक प्रमुख पार्टी बनाने में उनका योगदान सर्वोपरि कहा जा सकता है। जनवरी 2008 में राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबन्धन ने लोकसभा चुनावों को आडवाणी के नेतृत्व में लड़ने तथा जीत होने पर उन्हें प्रधानमन्त्री बनाने की घोषणा की थी। भारतीय जनता पार्टी के जिन नामों को पूरी पार्टी को खड़ा करने और उसे राष्ट्रीय स्तर तक लाने का श्रेय जाता है। उसमें सबसे आगे की पंक्ति का नाम है लालकृष्ण आडवाणी। अनुकरणीय, लालकृष्ण आडवाणी कभी पार्टी के कर्णधार कहे गए, कभी लौह पुरुष और कभी पार्टी का असली चेहरा। कुल मिलाकर पार्टी के आजतक के इतिहास का अहम अध्याय हैं लालकृष्ण आडवाणी। जन कल्याण और देश के विकास में में उनके अहम समर्पण को सदा यादगार रहेगा। समाज, संसद और जनप्रतिनिधि के अतुलनीय कार्य के सम्मान के लिए लालकृष्ण आडवाणी देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न के सच्चे हकदार थे। अपने कार्यों से देश को गौरवान्वित करने वाले भारत रत्न को मंगलमय, शुभकामनाएं। आपका सानिध्य, आशिष और मार्गदर्शन सदा प्रेरणापुंज रहेगा।