
मुंबई। बीजेपी विधायक आशीष शेलार द्वारा जांच की मांग उठाए जाने के बाद महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे-पाटिल के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से जान से मारने की धमकी के दावों पर एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं। मंगलवार को विधानसभा सत्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा गरमाया रहा। मनोज जरांगे के बयान के बाद ऐसा देखने को मिला कि विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच झड़प हो गई। मराठा आंदोलन को लेकर विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच असमंजस की स्थिति रही।
उपमुख्यमंत्री फडणवीस बोले- मनोज जरांगे के पीछे कौन, पता लगाएंगे
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सदन में कहा, ‘उन्हें मराठा समुदाय को लेकर किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। मराठा समुदाय जानता है कि उन्होंने अब तक क्या किया है। मनोज जरांगे के भाषण के बाद मराठा समुदाय मेरे पीछे खड़ा हो गया। मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं है, लेकिन मनोज जरांगे के पीछे कौन है, इसका पता लगाया जाएगा। विधानसभा के बाद विधानपरिषद में बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर ने मांग की है कि मराठा आरक्षण आंदोलन में किसने मदद की, इसका पता लगाने के लिए एसआईटी से जांच कराई जाए। जरांगे पाटिल अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। ऐसे बयानों की जांच होनी चाहिए। कानून सब पर लागू होना चाहिए।
जरांगे ने कहा था- मेरी बलि चाहिए तो मैं तैयार हूं
मनोज जरांगे ने 25 फरवरी को आंतरवाली सराटी गांव में आंदोलन को लेकर बैठक बुलाई थी। जरांगे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप हुए कहा था- अकेले देवेंद्र फडणवीस ही मराठा समुदाय को आरक्षण मिलने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। जरांगे ने आगे कहा था, ‘फडणवीस अगर आपको मेरी बलि चाहिए तो मैं तैयार हूं। अगर आप मुझे मारने की साजिश रच रहे हैं, तो मैं भूख हड़ताल पर मरने के बजाय आपकी चौखट पर मरने के लिए तैयार हूं। ये लोग मराठाओं को खत्म करना चाहते हैं। इसमें मुख्यमंत्री शिंदे के लोग हैं और अजित दादा के दो विधायक हैं। ये देवेंद्र फडणवीस की साजिश है। मैं आपका जीना मुश्किल कर दूंगा।