मुंबई। जालना के एक व्यक्ति ने गुरुवार तड़के मराठा समुदाय के आरक्षण के लिए बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में एक फ्लाईओवर से लटककर आत्महत्या कर ली। कार्यकर्ताओं और पुलिस ने यह जानकारी दी। एक कार्यकर्ता ने कहा, उस व्यक्ति की पहचान जालना के अंबाद गांव के 35 वर्षीय सुनील बाबूराव कावले के रूप में की गई है, जो उस स्थान के करीब है जहां से समुदाय के नए आइकन मनोज जारांगे-पाटिल भी रहते हैं। वहां पहुंची पुलिस टीम ने उसके सामान से एक मोबाइल और एक कथित सुसाइड नोट बरामद किया, इसमें उसने अपने जीवन को समाप्त करने के फैसले के लिए सभी से माफी मांगी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, कावले मंगलवार देर रात जालना से छत्रपति संभाजीनगर होते हुए यहां पहुंचे और कल रात वह बांद्रा पूर्व में फ्लाईओवर पर एक स्थान पर गए और फांसी लगा ली। मराठा क्रांति मोर्चा के संयोजक वीरेंद्र पवार और विनोद पाटिल ने कावले की मौत पर दुख व्यक्त किया और समुदाय के लोगों से अपील की है कि वे निराश न हों और आरक्षण की लड़ाई को बीच में छोड़कर आत्महत्या जैसे चरम कदम न उठाएं। पवार ने कहा, यह बहुत दुखद घटनाक्रम है। हमने अपने कार्यकर्ताओं को पूछताछ के लिए घटनास्थल पर भेजा है और जालना में उनके परिवार के सदस्यों का विवरण भी एकत्र किया है। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह क्या काम कर रहा था और किन कारणों से उसे अपना जीवन समाप्त करने के लिए उकसाया गया होगा। कावले के शव को शव परीक्षण के लिए सायन अस्पताल भेज दिया गया है। उनके परिवार को भी सूचित कर दिया गया हैै। पुलिस ने पीड़ित परिवार को भी खबर दे दी है। इस बीच, मनोज जरांगे ने मांग की कि कावले के परिवार को तत्काल 50 लाख की मदद और सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए।