
मुंबई। वानखेड़े स्टेडियम रविवार को उस वक्त एक ऐतिहासिक और भावनात्मक पल का गवाह बना, जब क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर और फुटबॉल के महानायक लियोनेल मेस्सी आमने-सामने आए। मेस्सी के बहुप्रतीक्षित G.O.A.T इंडिया टूर 2025 के दौरान हुई इस मुलाकात ने खेल प्रेमियों को रोमांच से भर दिया और स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों के लिए यह पल हमेशा के लिए यादगार बन गया। जैसे ही सचिन तेंदुलकर स्टेज पर पहुंचे, पूरा वानखेड़े “सचिन, सचिन” के नारों से गूंज उठा। यह वही ऐतिहासिक मैदान है, जहां तेंदुलकर ने 2011 में भारत को उसका एकमात्र क्रिकेट विश्व कप दिलाया था और 2013 में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था। अपने ‘होम ग्राउंड’ पर मिले इस सम्मान ने माहौल को और भावुक बना दिया। इस खास मौके पर सचिन तेंदुलकर ने मेस्सी को 2011 विश्व कप जीत के दौरान पहनी गई अपनी नंबर 10 भारतीय जर्सी, साइन करके भेंट की। इसके जवाब में अर्जेंटीना के विश्व कप विजेता कप्तान लियोनेल मेस्सी ने सचिन को फीफा वर्ल्ड कप की गेंद भेंट की, जिससे उन्होंने अर्जेंटीना के साथ खिताब जीता था। दो महान खिलाड़ियों के बीच हुआ यह आदान-प्रदान खेल जगत में आपसी सम्मान और विरासत का प्रतीक बन गया। इस मंच पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। सचिन और मेस्सी ने स्टेज पर एक-दूसरे से बातचीत की, जिसे दर्शकों ने तालियों और नारों के साथ सराहा। गौरतलब है कि सचिन की तरह ही मेस्सी को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी सफलता के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा था, लेकिन अंततः दोनों ने अपने-अपने खेल में इतिहास रच दिया।
सुनील छेत्री को मेस्सी का खास तोहफा
इस शाम का एक और भावुक क्षण तब सामने आया, जब लियोनेल मेस्सी ने भारतीय फुटबॉल के दिग्गज सुनील छेत्री को अपनी साइन की हुई अर्जेंटीना जर्सी भेंट की। जैसे ही मेस्सी ने यह जर्सी छेत्री को सौंपी, स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। हजारों दर्शक सम्मान में खड़े हो गए और यह पल मुंबई लेग के सबसे खास क्षणों में शुमार हो गया। छेत्री ने मेस्सी से संक्षिप्त बातचीत के बाद दर्शकों का अभिवादन किया। भारतीय फुटबॉल के सबसे बड़े नामों में से एक छेत्री के लिए, आठ बार बैलन डी’ओर जीत चुके खिलाड़ी से साइन की हुई जर्सी पाना एक ऐतिहासिक सम्मान रहा। यह क्षण भारतीय फुटबॉल प्रशंसकों के लिए प्रेरणा और गर्व का प्रतीक बन गया।
मेस्सी के स्वागत में बदला वानखेड़े का माहौल
मेस्सी के स्टेडियम पहुंचने से पहले ही वानखेड़े खचाखच भर चुका था। फैंस अर्जेंटीना के झंडे लहरा रहे थे, नंबर 10 की जर्सी पहने हुए थे और एक स्वर में मेस्सी का नाम पुकार रहे थे। कड़ी सुरक्षा के बीच भी उत्साह चरम पर था। जैसे ही मेस्सी ने सेंटर स्टेज संभाला, यह कार्यक्रम केवल फुटबॉल तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उनकी विरासत, उपलब्धियों और दुनियाभर के फैंस से उनके गहरे जुड़ाव का उत्सव बन गया। G.O.A.T इंडिया टूर 2025 यादगार फैन इंटरैक्शन और ऐतिहासिक पलों से भरपूर रहा है, लेकिन सचिन तेंदुलकर, लियोनेल मेस्सी और सुनील छेत्री के बीच हुए इन आदान-प्रदानों ने खेल की सीमाओं को पार करते हुए सम्मान, प्रेरणा और ‘खूबसूरत खेल’ की साझा भावना को पूरी दुनिया के सामने पेश किया। मुंबई की इस शाम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि महान खिलाड़ी सिर्फ खेल नहीं खेलते, बल्कि पीढ़ियों को जोड़ने वाली विरासत भी रचते हैं।




