मुंबई:(Mumbai) चेंबुर इलाके में संपत्ति विवाद के चलते पूर्व पुलिस उपायुक्त (DCP) की पत्नी और बेटे का अपहरण करने वाले पांच आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में डीसीपी के बेटे की हत्या की आशंका जताई जा रही है और उनकी 80 साल की पत्नी को गोरेगांव स्थित रायल पाल इलाके से सुरक्षित बचा लिया गया है। पुलिस मामले की गहन छानबीन कर रही है।
पुलिस के अनुसार मुंबई पुलिस से पूर्व डीसीपी वसंत कांबले 30 साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे। उनकी पत्नी रोहिणी कांबले अपने बेटे विशाल के साथ चेंबुर में रहती हैं। कोल्हापुर में रोहिणी कांबले की 5 एकड़ जमीन और बंगला है। इसी संपत्ति की सौदेबाजी के नाम पर आरोपितों ने रोहिणी और विशाल को 5 अप्रैल पनवेल के होटल ओयो में बुलाया था, लेकिन वहां से वापस न आने पर रोहिणी की बहन ने 21 अप्रैल को चेंबूर पुलिस स्टेशन में रोहिणी और विशाल की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवायी थी।
शिकायत के बाद पुलिस उपायुक्त हेमराज सिंह राजपूत ने एक जांच टीम गठित की थी। पुलिस ने सर्विलांस व मुबरियों के माध्यम से बुधवार को रोहिणी कांबले को गोरेगांव में आरे स्थित रॉयल पाम्स इलाके से छुड़ा लिया है। आरोपितों ने रोहिणी कांबले को रायल पाल इलाके में बंधक बना कर रखा था। इसके बाद पुलिस ने मुनीर पठान (41), रोहित अदमाने (36), राजू दरवेश (40), ज्योति वाघमारे (33), प्रणव रामटेके (25) को गिरफ्तार कर लिया है और दो अन्य आरोपित फरार हैं। अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपितों ने विशाल कांबले की हत्या कर उसका शव मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर फेंक दिया।
डीसीपी हेमराज सिंह राजपूत ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि जांच अभी भी जारी है और हम विशाल के शव को खोजने की प्रक्रिया में हैं। रोहिणी कांबले को बुधवार को समय रहते बचा लिया गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।