
मुंबई। राज्य सरकार ने श्री तुलजाभवानी देवी शारदीय नवरात्रि महोत्सव को महाराष्ट्र के प्रमुख महोत्सव का प्रतिष्ठित दर्जा प्रदान किया है। यह भव्य आयोजन 22 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2025 तक धाराशिव (उस्मानाबाद) जिले के तुलजापुर में घटस्थापना से विजयादशमी तक मनाया जाएगा। इस दौरान तुलजापुर धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक उत्सव का केंद्र बनेगा। पारंपरिक लोककलाओं जैसे गोंधली गीत, भारुड़, जाखड़ी नृत्य, भजन-कीर्तन और धार्मिक प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। इस दस दिवसीय आयोजन में महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना सहित देशभर से लगभग 50 लाख श्रद्धालु माता अंबाबाई के दर्शन हेतु आएंगे। पर्यटन मंत्री शंभूराज देसाई ने बताया कि नवरात्रि के अवसर पर 300 ड्रोन द्वारा निर्मित भव्य लाइट शो इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण होगा। साथ ही राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर के प्रसिद्ध कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम उत्सव की शोभा बढ़ाएँगे।
डिजिटल और पर्यटन बढ़ावा
उत्सव का सीधा प्रसारण महाराष्ट्र पर्यटन निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर किया जाएगा। साथ ही सतत पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए व्याख्यान, चित्रकला प्रतियोगिता, मैराथन, पर्यटन सम्मेलन और पारिवारिक भ्रमण जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। इससे तुलजापुर ही नहीं, बल्कि आसपास के धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों जैसे नलदुर्ग किला, टेर स्थित संत गोरोबा काका मंदिर, येदेश्वरी मंदिर और परांदा किले पर भी पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। प्रमुख सचिव डॉ. अतुल पाटने ने कहा कि इस निर्णय से पर्यटन, स्थानीय कलाकारों और सांस्कृतिक धरोहर को मजबूती मिलेगी तथा क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। पर्यटन निदेशक डॉ. बी. एन. पाटिल ने बताया कि तुलजापुर महोत्सव को मैसूर दशहरा की तरह अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने की योजना है। यह न केवल धार्मिक आयोजन है, बल्कि महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत और लोककलाओं को राष्ट्रीय व वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने का प्रभावी मंच भी है।