
मुंबई। जल जीवन मिशन योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र के जल आपूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री गुलाबराव पाटिल ने इस योजना की प्रगति की समीक्षा के दौरान कहा कि जल जीवन मिशन योजना ग्रामीण नागरिकों की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान प्रदान करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस योजना के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए और उन्हें निर्धारित समय-सीमा में तेजी से आगे बढ़ाया जाए। इस समीक्षा बैठक में जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव संजय खंडारे, जल जीवन मिशन के कार्यकारी निदेशक अभिषेक कृष्णा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री पाटिल ने बताया कि जल जीवन मिशन योजना के तहत कार्य जिला परिषद और महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के माध्यम से किए जा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि योजना के लंबित कार्यों को शीघ्र पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारी आवश्यक कदम उठाएं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या का निराकरण समय पर हो सके। इसके साथ ही, मंत्री पाटिल ने स्वच्छ भारत अभियान (ग्रामीण) चरण-2 की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य 2024-25 तक पूरे राज्य को हागनदारी फ्री प्लस (ओडीएफ+) मॉडल बनाना है। स्वच्छता को बनाए रखने के लिए व्यक्तिगत शौचालयों और सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण प्राथमिकता से किया जाना चाहिए। जल जीवन मिशन योजना और स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के इन महत्वपूर्ण कदमों से राज्य में स्वच्छता और जल आपूर्ति की दिशा में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन स्तर में सुधार आएगा।