मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘‘भ्रष्टाचार रूपी बीमारी’’ का सफाया कर दिया है। मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुंबई में राज्य सचिवालय ‘मंत्रालय’ में राष्ट्रध्वज फहराया। बाद में उन्होंने यहां अपने आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ और बंबई उच्च न्यायालय में भी तिरंगा फहराया। ‘मंत्रालय’ भारतीय स्वतंत्रता के 76 वीं वर्षगांठ के औचित्य पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हाथों मंत्रालय प्रांगण में ध्वजारोहण किया गया, इस अवसर पर वें बोल रहे थे. इस अवसर पर मुंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय, मुख्य सचिव मनोज सौनिक, अपर मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, राजशिष्टाचार विभाग की अपर मुख्य सचिव मनीषा म्हैसकर, सूचना व जनसंपर्क महासंचालक जयश्री भोज, भारतीय सेना के तीनों दल के मुंबई स्थित प्रमुख अधिकारी समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, मंत्रालय के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे. ध्वजारोहण के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने छत्रपति शिवाजी महाराज, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा जोतिबा फुले, सावित्रीबाई फुले, जिजाऊ माँ साहब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें अभिवादन किया. मुख्यमंत्री ने भारतीय स्वतंत्रता दिन की वर्षगांठ दिन के औचित्य पर राज्य की जनता को शुभकामनाएं दी. इस अवसर पर उन्होंने देश के लिए अपने जान की बाजी लगानेवाले ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों, वीरों, शहीदों को वंदन किया. मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने कहा कि राज्य के प्रमुख के रूप में आम लोगों के हित के लिए काम कर संका, इस बात का समाधान भी आज मेरे मन में है. अगर इस स्वतंत्रता का सही अर्थ प्राप्त कराना है, तब इस राज्य के आम जनता के जीवन में हम ख़ुशी निर्माण करनी होगी. कहा कि समाज के अंतिम वर्ग को स्वतंत्रता और विकास का अनुभव हो सके, इसके लिए जरुरतमंदों के दुखों को कम करते आना चाहिए. जमीनीस्तर के लोगों तक सरकारी योजना पहुंचनी चाहिए, यहीं सरकार का विचार है और स्वराज्य का रूपांतर सुराज्य में होना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मेरी माटी मेरा देश’ की घोषणा करते हुए हमारी इस जिम्मेदारी का स्मरण हमें कराया है. आज के स्वतंत्रता दिन के औचित्य से इस आवाहन का जिम्मेदारी से पालन करते हुए इस अभियान में बड़ी संख्या में भाग लेने का आवाहन भी मुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने इस अवसर पर किया. पिछले पांच सालों में देश के साढ़े तेरह करोड़ जनता को दारिद्रय रेषा से निकालकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की गरीब जनता को जीने का नई चेतना दी है. जनधन खाते के माध्यम से महिलाओं को आत्मसन्मान दिलाया है. अब डीबीटी से भी बंदा रुपया बैंक खाते में जमा हो रहा है. जिससे योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शकता बढ़ने की बात उन्होंने कही. मुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने कहा कि स्वतंत्रता का सही अर्थ होता है जिम्मेदारी. यह जिम्मेदारी है देश का विकास करने की, एक अच्छा समाज के निर्माण की और सभी को एक साथ लेकर आगे बढ़ने की. केंद्र की तरह ही राज्य में भी विकास की, प्रगति की गंगा बहें, इसके लिए पिछले सालभर काम कर सके, इस बात की विशेष ख़ुशी आज के स्वतंत्रता दिन पर है. बताया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच के समन्वय का नया अध्याय हम लिख रहे है.