चिलचिलाती धूप में भी जारी है गांव से शहर तक महासम्पर्क अभियान
लखनऊ:(Mission 2024) लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दल जहां बेमेल गठबंधन की कवायद में लगा है, वहीं सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पिछले करीब एक माह से जमीन पर उतरकर समूचे उत्तर प्रदेश को मथ रही है। चिलचिलाती धूप के बावजूद भाजपा के सांसद, विधायक और मंत्री से लेकर सामान्य कार्यकर्ता तक पार्टी के महासम्पर्क अभियान में जुटे हैं।
भाजपा ने प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों को जीतने के उद्देश्य से एक विशेष रणनीति के तहत संगठन और सरकार का समन्वय बनाकर कार्यकर्ताओं की पूरी फौज को मैंदान में उतार दिया है। गांवों से लेकर शहरों तक घर-घर मोदी सरकार के नौ साल की उपलब्धियों को पहुंचाया जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के अलावा मंत्रिपरिषद के सभी सदस्य प्रतिदिन विभिन्न जिलों में जनसभाएं कर जनता को सरकार की उपलब्धियां और लोकहितकारी योजनाएं गिना रहे हैं।
वहीं, भाजपा संगठन की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह और अन्य पदाधिकारी भी लगातार बैठकों का दौर जारी किए हैं। महामंत्री संगठन तो जनपदों में प्रवास के साथ-साथ प्रतिदिन आधा दर्जन से अधिक आनलाइन बैठकें कर अभियान की समीक्षा भी करते हैं। इस दौरान वह जिला और क्षेत्र इकाई के पदाधिकारियों को रणनीतिक टिप्स भी देते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भाजपा में आए धर्मपाल सिंह चुनावी रणनीति के माहिर माने जाते हैं। उप्र में पार्टी के महामंत्री संगठन का दायित्व संभालने के बाद भाजपा ने जिस तरह नगर निकाय और जिला सहकारी बैंकों के चुनाव में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की, वह धर्मपाल सिंह की कुशल चुनावी रणनीति का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
पार्टी के बुजुर्ग कार्यकर्ताओं को भी किया जा रहा सक्रिय
लोकसभा चुनाव में उप्र की सभी 80 सीटों पर कब्जा करने की फिराक में लगी भाजपा इस समय पार्टी के वरिष्ठ और बुजुर्ग कार्यकर्ताओं को भी सक्रिय कर रही है। इसके लिए प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने पार्टी के सभी सांसदों और विधायकों से कहा है कि कठिन दौर में पार्टी के लिए संघर्ष किए बुजुर्ग नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ टिफिन कार्यक्रम के दौरान बैठकर उनकी बात सुनें और उनके सुझावों पर अमल भी करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे ने भी भरा जोश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी अमेरिका की राजकीय यात्रा पर थे। वहां जिस तरह से उनका अभूतपूर्व स्वागत हुआ और संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के समारोह में मोदी के नेतृत्व में सर्वाधिक भागीदारी का जो विश्व कीर्तिमान बना, उससे भाजपा कार्यकर्ताओं का जोश और बढ़ गया है। 27 जून को प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी सहित देशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित भी करेंगे। इसे प्रत्येक मंडल में बड़ी एलईडी स्क्रीन पर देखा व सुना जाएगा। पार्टी इसकी तैयारी में तेजी से जुटी हुई है।
विपक्ष गठबंधन की कवायद में
उधर, 2024 के चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को सत्ता से बेदखल करने के लिए विपक्ष गठबंधन की कवायद में जुटा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर शुक्रवार को पटना में विपक्षी दलों का जुटान भी हुआ और चुनाव में भाजपा के खिलाफ हर सीट पर विपक्ष का साझा उम्मीदवार उतारने को लेकर मंथन भी हुआ। वैसे, उप्र के परिप्रेक्ष्य में यह मिशन कितना कामयाब होगा, इसका पता तो भविष्य में ही लगेगा। दरअसल, उप्र में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी है और 2017 के विधानसभा चुनाव तथा 2019 के लोकसभा चुनाव में उसने क्रमशः कांग्रेस और बसपा के साथ गठबंधन कर नतीजा देख लिया है। दूसरी तरफ बसपा इस बार के गठबंधन से पहले ही दूरी बना चुकी है। सूत्र बताते हैं कि बसपा सुप्रीमो मायावती कुछ दलों के साथ तीसरा मोर्चा बनाने की फिराक में हैं। अगर ऐसा होता है तो गठबंधन के साझा उम्मीदवार का फार्मूला उप्र में फ्लाप साबित हो सकता है, जिसका सीधा फायदा भाजपा को मिलेगा।