
मुंबई। मुंबई में हिंदू खटिक समाज इकोनॉमिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड, जो कि महात्मा फुले पिछड़ा वर्ग विकास कॉर्पोरेशन की एक सब्सिडियरी संस्था है, अनुसूचित जाति के हिंदू खटिक वर्ग के लोगों के लिए बिज़नेस शुरू करने हेतु कई वित्तीय योजनाएं चला रही है। मुंबई सिटी और सबअर्बन जिले के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर ने पात्र लाभार्थियों से अपील की है कि वे वित्तीय वर्ष 2025-26 के लक्ष्यों के तहत इन योजनाओं का लाभ उठाएं। कॉर्पोरेशन द्वारा ग्रांट स्कीम, सीड कैपिटल स्कीम, डायरेक्ट लोन स्कीम और एनएसएफडीसी (NSFDC) स्कीम उपलब्ध कराई जा रही हैं। ग्रांट स्कीम के तहत 50 हजार रुपये तक की परियोजना सीमा है, जिसमें से अधिकतम 25 हजार रुपये तक का अनुदान दिया जाता है और बाकी राशि बैंक लोन के रूप में मिलती है। सीड कैपिटल स्कीम में 50,001 रुपये से 5 लाख रुपये तक की परियोजना सीमा है, जिसमें 20 प्रतिशत राशि 4 प्रतिशत ब्याज दर पर निगम की ओर से, तथा शेष राशि बैंक ऋण के रूप में प्रदान की जाती है। सीधे ऋण योजना में एक लाख रुपये तक की परियोजना सीमा है, जिसमें 50 हजार रुपये तक का अनुदान और शेष राशि 4 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण के रूप में दी जाती है। वहीं एनएसएफडीसी योजना के तहत 1.40 लाख से 2 लाख रुपये तक की परियोजना सीमा है, जिसमें परियोजना का 90 प्रतिशत भाग एनएसएफडीसी, नई दिल्ली से प्राप्त होता है। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए आवश्यक है कि आवेदक अनुसूचित जाति के हिंदू खटिक वर्ग से संबंधित हो, उसकी आयु 18 वर्ष से अधिक हो और वार्षिक आय सीमा 3 लाख रुपये से अधिक न हो। आवेदन के लिए जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, निवास प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक विवरण, कोटेशन, स्थान प्रमाण और अन्य संबंधित दस्तावेज जमा करना अनिवार्य होगा।




