
धुले। महाराष्ट्र के धुले जिले के शिरपुर तालुका के सांगवी में गुरुवार शाम एक बैनर फाड़ने को लेकर दो समूहों के बीच विवाद हो गया। दोनों गुटों की ओर से जमकर पथराव किया गया। इस पथराव में 15 पुलिसकर्मी और तीन से चार ग्रामीण घायल हो गये। पुलिस ने इस मामले में 150 से 200 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। जिनमें से 65 लोगों की पहचान कर ली गई है और 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस टीमें अन्य आरोपियों की तलाश कर रहीं है। जानकारी के मुताबिक, गांव में फ़िलहाल तनावपूर्ण माहौल है, लेकिन स्थिती पूरी तरह से नियंत्रण में है। पुलिस अधीक्षक संजय बारकुंड ने नागरिकों से अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की है। हिंसा के मद्देनजर पुलिस ने आज सांगवी गांव में मार्च निकाला।
बैनर फाड़ने को लेकर शुरू हुई थी बहस
सांगवी में कल दो गुटों के बीच तब झड़प शुरू हो गई जब आदिवासी दिवस का बैनर कुछ लोगों ने फाड़ दिया। यह तनाव इतना बढ़ गया कि सांगवी और सारनपाडा गांवों में दंगे जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस दौरान जमकर पथराव हुआ। जिसमें वाहनों को भारी नुकसान पहुंचा। जबकि मौके पर पहुंचे पुलिस बल के 15 कर्मी भी मामूली रूप से घायल हो गए। तीन से चार स्थानीय लोग भी जख्मी हो गए। पथराव में घायल हुए 15 पुलिसकर्मियों को प्राथमिक उपचार दिया गया। जबकि स्थानीय नागरिकों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस जांच कर रही है। पत्थरबाजों की गिरफ्तारी का दौर शुरू जारी है।
पुलिस बल तैनात
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, स्थानीय जिला पुलिस के साथ-साथ दंगा नियंत्रण दस्ता और एसआरपीएफ की एक कंपनी ने आज यहां मार्च निकाला। जबकि गांव में जिला पुलिस बल और एसआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही ग्रामीणों के बीच फिर विश्वास का माहौल बनाने के लिए पुलिस हर प्रयास कर रही है।