
उज्जैन:(Ujjain) नानाखेड़ा स्थित पेट्रोल पंप के समीप मंगलवार को बबूल का बड़ा पेड़ अचानक गिर गया। पेड़ पर बगुलों ने आशियाने बना रखे थे। पेड़ गिरने से कई घोंसले जमीन पर जा गिरे और उनमें मौजूद बगुलों के सैकड़ों अंडे फूट गए। जानकारी लगने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शेष सुरक्षित रहे अंडों तथा घोंसलों को उठाया तथा उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
मंगलवार को नानाखेड़ा पेट्रोल पंप के समीप बबूल का एक बड़ा पेड़ गिर गया। इस पेड़ पर बगुलों ने घोंसले बना रखे थे। जिसमें उन्होंने सैकड़ों अंडे दिए थे। पेड़ गिरने के कारण कई घोंसले बिखरकर जमीन पर गिर गए। वहीं कई घोंसलों में मौजूद अंडे भी जमीन पर गिरकर फूट गए।
वन विभाग को जानकारी लगने के बाद वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। विभाग के अधिकारी मदन मोरे ने बताया कि बबूल के पेड़ पर बगुलों के कई घोंसले थे। इस सीजन में पक्षियों की यह प्रजाति अंडे देती है। इस कारण घोंसलों में सैकड़ों अंडे थे। पेड़ गिरने से कई घोंसले और अंडे टूट गए। शेष रहे घोंसलों और अंडों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। इन्हें व्यवस्थित रूप से अन्य पेड़ों पर सुरक्षित रखा जाएगा।
घोंसला छोड़ने को तैयार नहीं परिंदे
इस कार्रवाई के बीच मौके का दृश्य बड़ा मार्मिक था। जिन बगुलों के घोंसले उजड़ गए थे तथा अंडे फूट गए थे। वे विलाप कर रहे थे। वहां लोगों की भीड़ लगी थी। इसके बावजूद वे स्थान छोड़ने को तैयार नहीं थे। इसके अलावा जिन पक्षियों के घोंसले गिरे हुए पेड़ की साखों पर सुरक्षित रह गए थे। वे भी लगातार घोंसलों के आसपास चहचहाते हुए मंडरा रहे थे। कोई भी पक्षी वहां से अन्यत्र जाने को राजी नहीं थे।
वन विभाग की टीम ने बताया कि पेड़ गिरने के बावजूद कई घोंसले पेड़ पर सुरक्षित हैं। उनमें अंडे भी हैं। इस वजह से फिलहाल पेड़ को नहीं हटाया जाएगा। इसकी सुरक्षा की व्यवस्था भी की जाएगी।