मुंबई। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और दक्षिणी अंडमान सागर के ऊपर लो-प्रेशर एरिया बनने की वजह से चक्रवाती तूफान ‘मिचौंग’ के आने का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि यह संभावित तूफान देश के दक्षिणी हिस्से में दस्तक देगा। लेकिन इसका असर महाराष्ट्र पर भी पड़ेगा। बता दें कि चक्रवात मिचौंग के सोमवार तड़के पूर्वी तट से टकराने की आशंका है। उत्तरी तमिलनाडु और पड़ोसी दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटीय जिले इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अभी तक संभावित तूफान कहां टकराएगा, उस सटीक स्थान के बारे में नहीं बताया है। मुंबई में गुलाबी ठंड का आगमन हो चुका है। इस सीज़न में पहली बार न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे गया है। मौसम विभाग (आईएमडी) के सांताक्रूज़ वेधशाला में न्यूनतम तापमान 19.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। हालांकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे चक्रवात मिचौंग के कारण मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि मुंबई और उसके उपनगरों में तापमान फिर से बढ़ेगा।
आईएमडी मुंबई के निदेशक सुनील कांबले ने बताया कि चक्रवात बनने के बाद शहर व उसके आसपास के इलाकों में आर्द्रता और बादल की स्थिति बनेगी, जिसके कारण पारा चढ़ने की उम्मीद है। इस बीच, मौसम के जानकारों ने मुंबई में सर्दियों की शुरुआत की पुष्टि की हैं। इस हफ्ते शहर के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में काफी कमी देखी जा रही है। कांबले ने बताया कि मुंबई में अगले चार से पांच दिनों तक ठंड का यह दौर जारी रहने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि उत्तरी हवाओं से मुंबई का तापमान गिरा है, अगले कुछ दिन ये स्थितियाँ बनी रहने की संभावना है। महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में भी तापमान 15 डिग्री से नीचे गिर गया है। मुंबई के सांताक्रूज़ मौसम केंद्र पर जहां 20 डिग्री से नीचे तापमान दर्ज किया गया, तो वहीँ कोलाबा मौसम केंद्र पर न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 21 डिग्री दर्ज किया गया। इसके साथ ही शहर के अधिकतम तापमान में भी गिरावट आई है। गुरुवार को कोलाबा में 30.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज हुआ, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है। जबकि सांताक्रूज़ केंद्र पर अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 31.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।