मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने महिलाओं से अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए सड़कों पर उतरने की अपील की है। शरद पवार ने कहा अगर आप समाज में कुछ गलत देखती हैं, तो सड़कों पर उतरें, सरकार मामले दर्ज करेगी, लेकिन डरिये मत। सरकार बदलती रहती है, हम उन सभी मामलों को वापस ले लेंगे। शरद पावर गुट की एनसीपी का महिला मेलावा बुधवार को मुंबई में आयोजित किया गया। इस मौके पर महिला प्रदेश अध्यक्ष रोहिणी खडसे, सांसद सुप्रिया सुले, अध्यक्ष शरद पवार समेत प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने महिलाओं का मार्गदर्शन किया।
शरद पवार ने क्या कहा?
अपने संबोधन में वरिष्ठ नेता शरद पवार ने कहा, कई घंटों तक बैठने के बाद भी कोई हॉल से नहीं गया है। सभी ने संगठनात्मक कार्यों पर अपने विचार व्यक्त किये और सुने भी… महिला आरक्षण, महंगाई जैसे मुद्दे हम अपने हाथ में लेना चाहते हैं। हमने महिला आरक्षण का निर्णय लिया था.. आरक्षण के निर्णय से यह स्पष्ट हो गया कि महिलाएं पुरुषों से कम नहीं हैं। पवार ने कहा, जब हमने रक्षा क्षेत्र में महिलाओं को आरक्षण देने का फैसला किया तो उस समय कई लोगों ने विरोध किया था। लेकिन एक मंत्री के तौर पर मैंने खुद यह फैसला लिया और अब आप महिलाओं को सेना में देखते हैं… दूसरी तरफ अब मणिपुर जैसी घटना होती है। इसलिए हमें जागरूक रहना होगा। अगर कहीं भी इस तरह की बात होती है तो हमारी बहनों को सड़कों पर उतरना चाहिए… इससे क्या होगा… वह केस करेंगे.. अलग-अलग धाराएं लगाएंगे। इसकी आप चिंता न करें, सरकार बदल रही है और हम उन मामलों को हटा लेंगे।
‘कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम से आरक्षण नहीं मिलेगा’
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने आगे कहा, सरकारी नौकरी से परिवार सही चलता है लेकिन अगर कॉन्ट्रैक्ट पर पद पर नियुक्ती की जाएगी तो कोई आरक्षण नहीं मिलेगा, इसलिए मुझे यकीन है कि महिलाओं को वहां मौका नहीं मिलेगा। इसलिए हमें सड़क पर उतरना होगा। पवार ने कहा, महाराष्ट्र विधानसभा के मॉनसून सत्र में अनिल देशमुख ने राज्य सरकार से सवाल पूछा था कि 1 जनवरी से 1 मई तक कितनी महिलाएं लापता हुईं हैं? जिसका जवाब मिला 19 हजार 553 महिलाएं लापता हैं। इसका रिकॉर्ड भी उपलब्ध है।