
मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि रत्न एवं आभूषण क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएँ हैं और भारत के पास इस क्षेत्र में वैश्विक अग्रणी बनने की क्षमता है। राज्य सरकार कौशल विश्वविद्यालय के अंतर्गत विशेष सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करेगी, जिससे इस क्षेत्र में कुशल जनशक्ति तैयार होगी और उद्योग का सतत विकास सुनिश्चित होगा। मुख्यमंत्री ने यह विचार जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित रत्न एवं आभूषण प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने प्रदर्शनी के विभिन्न हॉलों का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री (ग्रामीण) डॉ. पंकज भोयर, विधायक चित्रा वाघ, रत्न एवं आभूषण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रोकड़े, उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे।
नवी मुंबई में बनेगा अत्याधुनिक रत्न एवं आभूषण पार्क
फडणवीस ने बताया कि नवी मुंबई के महापे में देश का सबसे उन्नत ‘रत्न एवं आभूषण पार्क’ स्थापित किया जा रहा है। यह पार्क निर्यातकों और पेशेवरों को अत्याधुनिक सुविधाएँ प्रदान करेगा, जिससे निर्यात को और बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय आभूषणों का लंबा इतिहास रहा है और आज भी भारत इस क्षेत्र में दुनिया के अग्रणी देशों में है। इस बढ़त को बनाए रखने के लिए सरकार उद्योग-हितैषी नीतियाँ लागू कर रही है।
व्यापार सुगमता के लिए बड़े सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नए उद्योगों के लाइसेंस, भूमि अधिग्रहण और मौजूदा उद्योगों के सुदृढ़ीकरण की प्रक्रियाओं को सरल और समयबद्ध बनाने के लिए बड़े सुधार कर रही है। इसके लिए मंत्रालय में ‘व्यापार सुगमता वॉर रूम’ बनाया गया है, जो सुधार परियोजनाओं की नियमित समीक्षा करता है। राज्य सरकार उद्योग-अनुकूल वातावरण निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।
शोध और नवाचार की आवश्यकता
फडणवीस ने कहा कि रत्न एवं आभूषण क्षेत्र को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए शोध और नवाचार आवश्यक हैं। प्रदर्शनी के माध्यम से भारतीय आभूषणों को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिलेगी और इस क्षेत्र में नए अवसरों के द्वार खुलेंगे।
इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री डॉ. पंकज भोयर, विधायक चित्रा वाघ और संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रोकड़े ने भी अपने विचार रखे। प्रदर्शनी में रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के व्यापारी और पेशेवर बड़ी संख्या में उपस्थित थे।