मुंबई। पिछले महीने अजित पवार के साथ महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे नीत सरकार में शामिल हुए वरिष्ठ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता दिलीप वलसे पाटिल ने सोमवार को शरद पवार के नेतृत्व में विश्वास जताया। इससे पहले उन्होंने कहा था कि पार्टी संस्थापक पवार अपनी लंबी राजनीतिक पारी के दौरान सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत नहीं जुटा सके। शरद पवार पर अपनी टिप्पणी को लेकर आलोचना झेल रहे दिलीप वलसे पाटिल ने सोमवार को दावा किया कि पुणे जिले में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में की गई उनकी टिप्पणी को मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया। मंत्री ने कहा कि शरद पवार भविष्य में भी उनके नेता रहेंगे और 82 वर्षीय वरिष्ठ नेता के प्रति उनके मन में हमेशा सम्मान रहेगा। वलसे पाटिल ने रविवार को अपने विधानसभा क्षेत्र अंबेगांव में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि महाराष्ट्र के लोगों ने कभी भी शरद पवार को अपने दम पर या अकेले सरकार बनाने का मौका नहीं दिया। शरद पवार के पूर्व करीबी सहयोगी और राज्य के सहकारिता मंत्री वलसे पाटिल ने कहा, “मुझे लगता है कि मीडिया ने इसे गलत समझा। मैंने कभी भी पवार साहब के बारे में बुरा नहीं बोला। मैं इस बात पर अफसोस जता रहा था कि जहां अन्य क्षेत्रीय पार्टियों को अपने दम पर सत्ता मिली, वहीं महाराष्ट्र की जनता ने उन्हें सत्ता नहीं सौंपी। पवार साहब को नीचा दिखाने या उनकी क्षमता पर सवाल उठाने का कोई प्रश्न ही नहीं है। उन्होंने कहा उनके सबसे बड़े नेता होने के बाद भी महाराष्ट्र के लोगों ने पूरी ताकत से उनका साथ नहीं दिया। मैंने इस पर अपनी निराशा जतायी थी। यह पहली बार नहीं है कि मैंने इस बारे में बोला है। मैंने पहले भी यह बात कही है, पार्टी बैठकों में भी। यह असंभव है कि मैं पवार साहब की आलोचना करूंगा या उनके बारे में कोई गलत शब्द बोलूंगा। मैं इस गलतफहमी को लेकर खेद जताता हूं। वलसे पाटिल को उनकी टिप्पणी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा और पवार के करीबी लोगों ने उन्हें कृतघ्न व्यक्ति कहा। राकांपा विधायक और पवार के पोते रोहित पवार ने कहा कि वलसे पाटिल जैसे लोग अपने अधिकांश राजनीतिक जीवन के दौरान शरद पवार के करीब रहे। रोहित पवार ने कहा, अगर इन लोगों ने अधिक मेहनत की होती, तो पवार साहब अकेले दम पर सरकार बना सकते थे।