
मुंबई। महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट (शिवसेना-शिंदे गुट) ने छत्रपति संभाजीनगर में गणेश मंडलों को जुलूस के दौरान डीजे के बजाय पारंपरिक संगीत समूहों का इस्तेमाल करने की सलाह दी। उन्होंने आर्थिक सहयोग के लिए “खुला बैग” रखने की बात कही, जिससे कार्यक्रम का माहौल हल्का हुआ, लेकिन विपक्ष ने इसे गंभीर आरोपों से जोड़ दिया। कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंधे ने शिरसाट पर वित्तीय अनियमितता स्वीकार करने का आरोप लगाया और उस धनराशि के स्रोत पर पारदर्शिता की माँग की। एनसीपी (सपा) के जितेंद्र आव्हाड ने भी कहा कि यह टिप्पणी महज़ मज़ाक नहीं बल्कि एक तरह का रहस्योद्घाटन है। उन्होंने शिरसाट की 2019 से 2024 के बीच हुई संपत्ति वृद्धि पर सवाल उठाए। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने पहले एक वीडियो साझा किया था जिसमें शिरसाट एक बैग के पास खड़े थे, जिसमें कथित रूप से नकदी दिखाई दे रही थी। शिरसाट ने वीडियो को भ्रामक बताया और कहा कि बैग में केवल कपड़े थे, इसे उन्हें बदनाम करने की साज़िश करार दिया। जुलाई में उन्होंने आयकर विभाग से नोटिस मिलने की बात स्वीकार की थी और कहा था कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। एनसीपी (सपा) नेता रोहित पवार ने आरोप लगाया कि शिरसाट ने नगर एवं औद्योगिक विकास निगम (सिडको) के नेतृत्व में नवी मुंबई की 15 एकड़ मूल्यवान भूमि एक निजी संस्था को अनुचित तरीके से आवंटित की थी। हालिया कार्यक्रम में, शिरसाट ने विवादों से परे शांतिपूर्ण गणेशोत्सव मनाने की अपील दोहराई और डीजे की जगह पारंपरिक संगीत को प्रोत्साहित करने की बात कही। उन्होंने आर्थिक सहयोग की तत्परता भी दिखाई, लेकिन उनकी “खुला बैग” वाली टिप्पणी ने विपक्ष को नया हमला करने का मौका दे दिया।