मुंबई। महाराष्ट्र में एनसीपी में जारी सियासी उठापटक के बीच शिवसेना ने एक बड़ा आरोप लगाया है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता व विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि विधायकों को अपने पाले में करने के लिए १०० करोड़ (इस साल पचास, अगले साल पचास) का ऑफर दिया जा रहा है। जाहिर है दानवे का यह निशाना शिंदे गुट की तरफ यानी कि बीजेपी की तरफ हो सकता है। बता दें कि अजित पवार के बगावत के बाद एनसीपी में फूट पड़ गई। अजित अपने ८ विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए। इसके बाद महाराष्ट्र की सियासत और गरमा गई है। चाचा और भतीजे में कांटे की टक्कर चल रही है। दोनों के अपने-अपने दावे हैं। चाचा शरद पवार का कहना है कि एनसीपी के ५३ विधायकों में से ४४ विधायक उनके साथ है। बता दें कि दो जुलाई को अजित पवार शिंदे की सरकार में शामिल हो गए थे। मगर ये सब अचानक नहीं हुआ। इसकी प्लानिंग काफी पहले से चल रही थी। अजित पवार सुप्रीया सुले के अध्यक्ष बनाने से नाराज थे। इससे पहले वो एक बैठक में शामिल नहीं हुए थे। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की थी। पिछले साल भी चाचा और भतीजे के बीच कुछ नाराजगी पैदा हुई थी। किसी बैठक से वो उठकर चले गए थे।