Maharashtra : महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों में आज (1 मार्च, 2023) संजय राउत के एक बयान पर घमासान हो गया. संजय राउत ने आज अपने कोल्हापुर दौरे पर कहा था कि महाराष्ट्र में विधानमंडल नहीं चोर मंडली है. इस बयान को लेकर बीजेपी और शिंदे गुट संजय राउत के खिलाफ काफी आक्रामक हो गए. इसे महाराष्ट्र विधानमंडल का अपमान कहते हुए संजय राउत के खिलाफ विशेषाधिकार उल्लंघन का प्रस्ताव लाने की मांग की गई. इसी दौरान बीजेपी विधायक नितेश राणे ने संजय राउत के खिलाफ एक विवादास्पद बयान दे डाला.
नितेश राणे ने विधानसभा में स्पीकर को संबोधित करते हुए कहा, ‘अध्यक्ष महोदय संजय राउत की दस मिनट के लिए पुलिस सुरक्षा हटा दी जाए तो वे दोबारा दिखाई नहीं देंगे. ये वही संजय राउत हैं जिन्होंने कभी लिखा था कि बालासाहेब ठाकरे और उनकी पत्नी के बीच पटती नहीं है. वे पुलिस सुरक्षा में घिरे रहते हैं. यह सरकार का दिया हुआ संरक्षण है.’
‘राउत ने लिखा था, बालासाहेब ठाकरे और उनकी पत्नी की पटती नहीं’
नितेश राणे ने कहा, ‘हमें रोज सुबह संजय राउत को सुनना पड़ता है. महाराष्ट्र को इसकी जरूरत है क्या? हमने उनका क्या खाया है. राउत और शिवसेना का क्या संबंध है. सामना में आने से पहले वे शिवसेना के खिलाफ लिखा करते थे. उनकी इतनी हिम्मत हो गई थी कि उन्होंने हिंदू हृदयसम्राट बाला साहेब ठाकरे के खिलाफ लिखा, शिवसेना के खिलाफ लिखा. उनका मार्मिक में छापा गया कार्टून देखें. देश के गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बारे में ऐसा छापा जा सकता है क्या? उन्हें गाली दे सकते हैं क्या?संजय राउत का 10 मिनट के लिए सिक्योरिटी हटा दें, वे कल दिखाई नहीं देंगे, यह साफ कहता हूं.’
नितेश राणे जगह बताएं, कहां हम आएं, सुनील राउत ने दिया जवाब
नितेश राणे की इस धमकी का संजय राउत के भाई सुनील राउत ने जवाब दिया है. सुनील राउत ने कहा, ‘ चालीस विधायक (शिंदे की शिवसेना) संजय राउत से घबरा गए हैं. संजय राउत अपने बयान पर कभी माफी नहीं मांगेंगे. उन्होंने पहले भी साढ़ें तीन महीने जेल में रहना कबूल किया लेकिन बीजेपी के सामने घुटने नहीं टेके, माफी नहीं मांगी. नितेश राणे जगह बताएं, हम वहां आने को तैयार हैं.’
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ठाकरे गुट की एक अन्य नेता सुषमा अंधारे ने कहा, ‘छोटे-छोटे बच्चों पर क्या ध्यान देना…बच्चा है. हमें उस पर नहीं बोलना. कुछ बच्चों को शौक होता है कि घड़ी-घड़ी उन पर सबका ध्यान जाए. नारायणराव राणे के बच्चों पर बीजेपी ध्यान नहीं दे रही, इसलिए यह स्थिति है.’